जमशेदपुर : अपनों के स्नेह से वंचित बुजुर्गों के चेहरों पर मुस्कान लाने और उनका दर्द बांटने के उद्देश्य से, टाटा स्टील के फेरो एलॉयज एंड मिनरल्स डिवीजन (एफएएमडी) के कर्मचारियों ने राज्य की राजधानी स्थित स्नेहा मंदिर वृद्धाश्रम का दौरा किया और वहां के निवासियों के साथ कुछ यादगार पल बिताए. स्वयंसेवा की भावना के साथ, टाटा स्टील के कर्मचारियों ने वृद्धाश्रम के बुजुर्गों को राशन, फल और जरूरी सामान भेंट किए. उन्होंने न केवल उनके साथ समय बिताया, बल्कि उनकी कहानियां सुनकर, उनकी भावनाओं को समझकर, उन्हें अपनापन और स्नेह का एहसास कराया। संयोगवश, यह दौरा होली के अवसर पर हुआ, और कर्मचारियों ने बुजुर्गों के साथ रंगों की खुशियाँ भी साझा कीं. रंगों में सराबोर होते ही उनके चेहरे पर जो मुस्कान खिली, वह इस मिलन की सबसे खूबसूरत याद बन गई.
इस नेक पहल पर अपने विचार व्यक्त करते हुए एफएएमडी के इआईसी पंकज सतीजा ने कहा कि 2050 तक भारत में बुजुर्गों की जनसंख्या 20% से अधिक हो जाएगी, और जब हम ‘विकसित भारत’ की दिशा में बढ़ रहे हैं, तब इन बुजुर्गों के योगदान को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता. चाहे व्यक्तिगत रूप से हो या संस्थागत स्तर पर, हम सभी उनके कल्याण के लिए योगदान दे सकते हैं. ऐसी छोटी-छोटी पहल और संवेदनशील जुड़ाव समाज में एक बड़ा सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं. यह स्वयंसेवी पहल कंपनी की उस व्यापक प्रतिबद्धता का हिस्सा है, जो समाज को लौटाने की संस्कृति को मजबूत बनाने के लिए प्रयासरत है. यह न केवल संगठन और कर्मचारियों के सामूहिक प्रयासों को दर्शाता है, बल्कि समाज पर सकारात्मक प्रभाव छोड़ने की दिशा में कंपनी की संवेदनशीलता और समर्पण को भी रेखांकित करता है. कंपनी के कर्मचारियों द्वारा दान किए गए सामान में चावल, दाल, तेल, चीनी, स्वच्छता सामग्री और विभिन्न प्रकार के फल शामिल थे, जिससे बुजुर्गों को पोषक आहार और आवश्यक सुविधाएं मिल सकें. इस आत्मीय पहल ने वृद्धाश्रम के निवासियों के दिलों को छू लिया. उन्होंने न केवल इस संवेदनशील योगदान के लिए धन्यवाद दिया, बल्कि कर्मचारियों के साथ बिताए गए इन अपनत्व भरे पलों के लिए भी गहरी कृतज्ञता व्यक्त की.