जमशेदपुर : टाटा पावर की वार्षिक 106वीं आमसभा शुक्रवा को संपन्न हुई. टाट संस और टाटा पावर के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन इसमें हिस्सा लिये. उन्होंने बताया कि टाटा पावर का बिजली उत्पादन अब 25 गीगावाट से ज्यादा हो गया है, जिसमें 65 फीसदी हिस्सा हरित और स्वच्छ श्रोत से आता है. कंपनी अब सौर, परन, जल बिद्युत और स्टोरेज को मिलाकर हाइब्रिड नवीकरणीय समाधान और 24 घंटे हरित ऊर्जा र ध्यान दे रही है. चेयरमैन ने बताया कि तमिलनाडू के तिरुनेलवेली में टाटा पावर की 4.3 गीगावाट की सौर ऊर्जा सुविधा पूरी तरह शुरू हो चुकी है. इसके अलावा कंपनी ने भूटान की ड्रक ग्रीन पावर के साथ मिलकर 5 गीगावाट की सीमा पार नवीकरणीय और जल विद्युत परियोजनाओं को विकसित करने की साझेदारी की है. उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि कंपनी भारत में रूफटॉप सोलर प्रदान करने वाली सबसे बड़ी कंपनी है और इसका इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग नेटवर्क भी देश में सबसे बड़ा है. कंपनी की घर घर सोलर पहल सरकार की सूर्या घर योजना के साथ मिलकर काम कर रही है. टाटा पावर ने 4800 करोड़ रुपये की ट्रांसमिशन परियोजनाएं हासिल की हैं, जिससे इसका नेटवर्क अब 7000 सर्किट किलोमीटर से ज्यादा हो गया है. कंपनी की डिस्कॉम सेवाएं दिल्ली, मुंबई और ओडिशा समेत सात क्षेत्रों में 1.28 करोड़ ग्राहकों तक पहुंच रही हैं. श्री चंद्रशेखरन ने कहा कि टाटा पावर भारत के स्वच्छ ऊर्जा भविष्य में हिस्सा लेने के लिए मजबूत स्थिति में है। उन्होंने यह भी जिक्र किया कि अगर सरकार निजी कंपनियों के लिए परमाणु ऊर्जा क्षेत्र खोलेगी, तो कंपनी इसमें भी योगदान देने को तैयार है. सभा में श्री चंद्रशेखरन ने विमान हादसे के पीड़ितों को श्रद्धांजलि दी और टाटा समूह के दिग्गज रतन टाटा को याद किया. उन्होंने कहा कि रतन टाटा एक प्रेरणादायक गुरु और दूरदर्शी थे, जिनके मूल्य हमेशा समूह का मार्गदर्शन करेंगे. इस दौरान टाटा पावर ने 2.25 रुपये प्रति शेयर डिवीडेंड देने की भी घोषणा की. 7 जुलाई से डिविडेंड का पेमेंट होने लगेगा.