Regular Income: युवा अवस्था में आमतौर पर भविष्य की ज्यादा चिंता नहीं होती क्योंकि उस समय हमारे पास कमाने के कई साधन होते हैं। लेकिन रिटायरमेंट आते ही सबसे बड़ा सवाल यही खड़ा हो जाता है कि नियमित आय (रेगुलर इनकम) कैसे सुनिश्चित करें। नौकरी या व्यवसाय बंद होने के बाद अगर कोई निश्चित आय का जरिया न हो तो यह वित्तीय संकट का कारण बन सकता है।
अगर आप भी रिटायरमेंट के बाद आर्थिक रूप से निश्चिंत रहना चाहते हैं और हर महीने एक रेगुलर रकम पाना चाहते हैं तो कुछ बेहतरीन सरकारी योजनाएँ आपकी मदद कर सकती हैं। हम आपके लिए पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF), सीनियर सिटिजंस सेविंग्स स्कीम (SCSS) और नेशनल सेविंग मंथली इनकम स्कीम (POMIS) जैसी तीन जबरदस्त योजनाएँ लेकर आए हैं जो आपके रिटायरमेंट को सफल बना सकती हैं।
पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF)
पीपीएफ (PPF) एक लोकप्रिय निवेश योजना है जो न सिर्फ रिटायरमेंट के बाद इनकम का जरिया बन सकती है बल्कि टैक्स बचाने में भी मदद करती है। यह स्कीम 15 साल की होती है और इसे 5-5 साल के लिए बढ़ाया जा सकता है।
ब्याज दर: सरकार हर तिमाही इसकी ब्याज दर तय करती है जो अभी करीब 7.1% है।
टैक्स बेनिफिट: इसमें निवेश करने पर सेक्शन 80C के तहत टैक्स छूट मिलती है और मेच्योरिटी पर मिलने वाली रकम भी टैक्स-फ्री होती है।
कैसे मिलेगा फायदा? अगर आप अपने रिटायरमेंट से पहले पीपीएफ में निवेश शुरू कर देते हैं तो मेच्योरिटी पर एक बड़ी रकम मिल सकती है जिससे हर महीने तय इनकम बनाई जा सकती है।
सीनियर सिटिजंस सेविंग्स स्कीम (SCSS)
अगर आपकी उम्र 60 साल से ज्यादा है तो सीनियर सिटिजंस सेविंग्स स्कीम (SCSS) आपके लिए बेहतरीन विकल्प हो सकती है। यह खासतौर पर रिटायर हो चुके लोगों के लिए बनाई गई है ताकि उन्हें एक निश्चित इनकम मिलती रहे।
ब्याज दर: फिलहाल इस योजना पर 8.2% की ब्याज दर मिल रही है जो बाजार की दूसरी योजनाओं से अधिक है।
निवेश सीमा: इस योजना में आप अधिकतम 30 लाख रुपये तक निवेश कर सकते हैं।
मेच्योरिटी और टैक्स: इस योजना की अवधि 5 साल होती है जिसे 3 साल के लिए बढ़ाया जा सकता है। हालांकि इस पर मिलने वाला ब्याज टैक्सेबल होता है।
कैसे मिलेगा फायदा? यदि आप इस स्कीम में एकमुश्त रकम जमा करते हैं तो आपको हर तिमाही ब्याज के रूप में अच्छी इनकम मिलती रहेगी। जैसे की 30 लाख के एकमुश्त निवेश के बाद 8.2 सालाना ब्याज दर के हिसाब से तिमाही ब्याज 60,150 रूपये मिलेगा।
पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम (POMIS)
अगर आप चाहते हैं कि रिटायरमेंट के बाद हर महीने बिना किसी जोखिम के पक्की इनकम आती रहे तो पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम (POMIS) एक शानदार विकल्प हो सकता है।
ब्याज दर: फिलहाल इस योजना में 7.4% की ब्याज दर मिल रही है।
निवेश सीमा: इसमें अधिकतम 9 लाख रुपये (सिंगल अकाउंट) और 15 लाख रुपये (ज्वाइंट अकाउंट) तक निवेश कर सकते हैं।
मेच्योरिटी अवधि: इस स्कीम की अवधि 5 साल होती है जिसके बाद आप इसे फिर से निवेश कर सकते हैं।
कैसे मिलेगा फायदा? यह योजना हर महीने निश्चित ब्याज का भुगतान करती है जिससे आपकी नियमित इनकम सुनिश्चित रहती है। मान लीजिए आप जॉइंट में 15 लाख का निवेश करते है तो सालाना 7.4 फीसदी ब्याज दर के हिसाब से 9250 मंथली ब्याज मिलेगा।
रिटायरमेंट के बाद आर्थिक रूप से निश्चिंत रहने के लिए पहले से सही योजना बनाना जरूरी है। PPF, SCSS और POMIS तीनों ही सरकारी योजनाएँ हैं जिनमें न केवल जोखिम कम है बल्कि ये भरोसेमंद भी हैं।
अगर आप चाहते हैं कि रिटायरमेंट के बाद भी आपकी इनकम बनी रहे तो अपने निवेश पोर्टफोलियो में इनमें से किसी एक या सभी योजनाओं को शामिल कर सकते हैं।