नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। भगवान जगन्नाथ की भव्य रथ यात्रा कल से शुरू होगी, जिसके लिए पुरी में जोरों पर तैयारियां चल रही हैं। ओडिशा के साथ-साथ देश का हर कोना इस पर्व को धूम-धाम से मनाता है। पुरी में वार्षिक रथोत्सव के लिए पवित्र त्रिदेवों – भगवान बलभद्र, भगवान जगन्नाथ और देवी सुभद्रा – के तीन विशाल रथों का निर्माण कार्य पुरी जगन्नाथ मंदिर में चल रहा है।
उत्सव के दौरान, तीन देवताओं को भक्तों द्वारा तीन विशाल लकड़ी के रथों में गुंडिचा मंदिर तक ले जाया जाता है, जहां वे एक सप्ताह तक रहते हैं और फिर जगन्नाथ मंदिर लौट आते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, ये उनके मौसी का निवास है।
सज रहा है भगवान का दिव्य रथ
भव्य उत्सव का काम अंतिम चरण पर है और लगभग पूरा हो चुका है। फिलहाल, रथ की सजावट का काम चल रहा है।
रथ यात्रा समापन दशमी तिथि को
जगन्नाथ रथ यात्रा ओडिशा के पुरी शहर में मनाया जाने वाला सबसे प्रमुख हिंदू त्योहार है। ये पर्व हर साल आषाढ़ माह की शुक्ल द्वितीया से दशमी तिथि तक मनाया जाता है। इस अनुसार, यात्रा 27 जून 2025 से शुरू होगी 5 जुलाई 2025 को समापन हो जाएगा।
हर वर्ष बनते हैं नए रथ
जगन्नाथ रथ यात्रा के लिए हर साल तीन नए रथों का निर्माण किया जाता है। पुरी में जगन्नाथ मंदिर के बाहर हर साल बड़े पैमाने पर आयोजित होने वाले लोकप्रिय रथ उत्सव में जीवंत रंग, उत्साही चेहरे, भीड़ भरी दुकानें और खुशमिजाज कारीगर रथ यात्रा के कुछ मुख्य आकर्षण हैं।