पोस्ट ग्रेजुएट का मतलब क्या है : ज्यादातर भारतीय स्टूडेंट्स 12th पास कर लेने के बाद ग्रेजुएशन या पोस्ट ग्रेजुएशन करना पसंद करते हैं। हांलकी ग्रेजुएशन की तुलना में पोस्ट ग्रेजुएशन करने वाले विद्यार्थियों की संख्या काफी कम होती है।
क्योंकि ज्यादातर विद्यार्थियों को इसके बारे में मालूम ही नहीं रहता। यदि आपको भी Post Graduation क्या होता है के बारे में नहीं पता तो आपको इस लेख को आखिर तक पढ़ना है। क्योंकि इसमें हम पोस्ट ग्रेजुएशन से संबंधित सभी चीजें आपको विस्तार से बताएंगे।
तो चलिए दोस्तों, अब इस लेख को शुरू करते हैं।
इस पोस्ट में आप जानेंगे –
Post Graduation क्या होता है
“पोस्ट ग्रेजुएशन” यह ग्रेजुएशन के बाद किए जाने वाला एक न्यूनतम पाठ्यक्रम होता है जो 1 से 5 वर्षीय हो सकता है। पोस्ट ग्रेजुएशन का कोर्स को स्टूडेंट्स द्वारा बेसिक स्तर के शिक्षा के बाद किया जाता है। इस कोर्स को करने के बाद अधिकतर स्टूडेंट्स को एक विशेष विषय में अधिक ज्ञान और अनुभव मिल जाता है।
पोस्ट ग्रेजुएशन करने के बाद स्टूडेंट्स के पास कई प्रकार के करियर ऑप्शन खुल जाता है। इसे करने के बाद छात्रों को विभिन्न विषयों में मास्टर्स डिग्री (Masters Degree), डॉक्टरेट (Ph.D.) या पेशेवर प्रमाणपत्र (Professional Certificates) मिलता है।
यानी की यह कोर्स छात्रों को अपने चुने गए क्षेत्र में विशेषज्ञता प्राप्त करने की संभावना प्रदान करता है। जानकारी के लिए बता दें की पोस्ट ग्रेजुएशन की आवश्यकता और महत्व आजकल काफी ज्यादा बढ़ चुका है, क्योंकि व्यापक प्रौद्योगिकी और व्यावसायिक विकास के संदर्भ में, उच्च शिक्षा और अध्ययन का स्तर भी बढ़ते हुए दिख रहा है।
काफी सारे क्षेत्रों में, एक उच्च शिक्षित व्यक्ति के पास जॉब पाने के अधिक अवसर होते हैं। पोस्ट ग्रेजुएशन करने वाले व्यक्ति को उच्च वेतन, पदों में प्रमोशन, और विशेषज्ञता की मान्यता दी जाती है।
पोस्ट ग्रेजुएट कितने साल की होती है – Post Graduation Kitne Saal Ka Hota Hai
पोस्ट ग्रेजुएशन के एक नहीं बल्कि कई प्रकार होते है। जिनकी अवधि भी अलग अलग होती है। जैसे की मास्टर डिग्री 1 से 2 वर्ष का होता है, एमफिल 2 वर्ष का कोर्स होता है और पीएचडी 3 से 5 वर्षों का कोर्स होता है।
इस प्रकार कहा जा सकता है की Post Graduation 1 से 5 वर्ष का कोर्स होता है।
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पोस्ट ग्रेजुएशन के लिए कौन पात्र है?
पोस्ट ग्रेजुएशन करने के लिए आपमें कुछ योग्यताएं होनी चाहिए, जैसे की –
- आपका ग्रेजुएशन कंप्लीट हो गया होना चाहिए यानी आपके पास किसी मान्यता प्राप्त संस्थान से ग्रेजुएशन की डिग्री होनी चाहिए।
- Post Graduation के लिए स्टूडेंट्स का ग्रेजुएशन मार्क्स 40 से 50% होना चाहिए।
- पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स में एडमिशन लेने के लिए स्टूडेंट्स का English में अच्छा पकड़ होना चाहिए।
- इसके लिए आयु सीमा भी निर्धारित किया गया है, पोस्ट ग्रेजुएशन के लिए आपकी उम्र कम से कम 21 वर्ष होना चाहिए।
- कुछ संस्थानों में एडमिशन के लिए प्रवेश परीक्षा लिया जाता है। इसे भी आपको दिलाना होगा और पास करना होगा।
- इसके अलावा कुछ संस्थानों में पोस्ट ग्रेजुएशन के लिए इंटरव्यूज भी लिया जाता है, जिसमें आप भी आपको पास होना होगा।
पोस्ट ग्रेजुएशन कैसे करें?
पोस्ट ग्रेजुएशन करने के लिए या इसकी डिग्री पाने के लिए स्टूडेंट्स को सबसे पहले अपने ग्रेजुएशन की डिग्री को पूरा करना होता है। उसके बाद ही विद्यार्थी पोस्ट ग्रेजुएशन हेतु आवेदन (Apply) कर सकता है। पोस्ट ग्रेजुएशन डिग्री कैसे करें इसकी जानकारी नीचे दी गई है :
- पोस्ट ग्रेजुएशन करने के लिए विद्यार्थियों को सबसे पहले किसी मान्यता प्राप्त संस्थान से किसीविषय की ग्रेजुएशन डिग्री कंप्लीट करनी होगी।
- जो स्टूडेंट्स ग्रेजुएशन डिग्री अच्छे अंकों के साथ पूरा कर लेता है। उसे टॉप लेवल पोस्ट ग्रेजुएशन के लिए आसानी से Collages मिल जाते हैं।
- पोस्ट ग्रेजुएशन में एडमिशन लेने के लिए आपको सबसे पहले विषय का चयन करना होगा।
- उसके बाद आप PG (Post Graduation) के लिए किसी अच्छे से कॉलेज में एडमिशन ले सकते है।
- एडमिशन लेने के बाद आपको अपने सेमेस्टर के हिसाब से अच्छे से पढ़ाई करना होगा।
- इसी बाद जब आपका पोस्ट ग्रेजुएशन कंप्लीट हो जाता है तो आपको इसका मार्कशीट दिया जाता है।
- मार्कशीट मिलने के बाद आप मास्टर डिग्री धारक स्टूडेंट बन जाते हैं।
हालांकि यहां एक विकल्प यह भी रहता है की विद्यार्थी 12वीं कक्षा पास करने के बाद ही सीधे 5 वालों के Integrated Course के जरिए मास्टर डिग्री और पोस्ट ग्रेजुएशन कर सकते हैं। जैसे कि Integrated MSC.
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पोस्ट ग्रेजुएशन की फीस कितनी होती है?
बेसिकली दोस्तों, पोस्ट ग्रेजुएशन की फीस आप कौनसे संस्थान से कर रहे हैं इसके ऊपर निर्भर करता है। यदि आप सरकारी कॉलेज से करेंगे तो कम फीस लगेगा और अगर किसी प्राइवेट कॉलेज से करेंगे तो फीस काफी अधिक लगेगा।
साथ ही प्राइवेट कॉलेजों में पोस्ट ग्रेजुएशन की फीस इस बात पर निर्भर करता है की कॉलेज कहां स्थित है, कितना लोकप्रिय है आदि। इसके अलावा एक ध्यान देने वाली बात यह भी है की पोस्ट ग्रेजुएशन भी अलग अलग प्रकार के होते हैं और इनके सब्जेक्ट्स भी अलग अलग होते हैं।
ऐसे में किस सब्जेक्ट में पोस्ट ग्रेजुएशन पाना चाहते हैं इस पर भी फीस निर्भर करेगी। लेकिन अगर पूरे भारत के पोस्ट ग्रेजुएशन कॉलेज को देखा जाए तो निजी कॉलेजों में औसतन 5 लाख से 20 लाख सालाना लग सकता है। वहीं सरकारी कॉलेजों में यह 20 हजार से 1 लाख सालाना में हो सकता है।
पोस्ट ग्रेजुएशन के अंदर कौन कौन से कोर्स होते हैं?
पोस्ट ग्रेजुएशन के अंदर काफी सारे कोर्स आते हैं जैसे की
- मास्टर ऑफ आर्ट्स (MA)
- मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (MBA)
- मास्टर ऑफ कॉमर्स (MCom)
- मास्टर ऑफ साइंस (Msc)
- मास्टर ऑफ टेक्नोलॉजी (MTech)
- मास्टर ऑफ लॉ (LLM)
- मास्टर ऑफ फिलॉसॉफी (MPhil)
- पीएच.डी. इन साइंस (Phd)
- पीएच.डी. इन आर्ट्स (Phd)
- पीएच.डी. इन बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (Phd)
- मास्टर ऑफ होटल मैनेजमेंट (MHM)
- मास्टर ऑफ फार्मेसी (MPharm)
- मास्टर ऑफ जर्नलिज्म एंड मॉस कम्युनिकेशन (MJMC)
- मास्टर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन (MCA)
- मास्टर ऑफ एजुकेशन (MeD)
- मास्टर ऑफ फॉरेंसिक साइंस (MFS)
- मास्टर ऑफ साइंस इन नर्सिंग (MSN)
- मास्टर ऑफ इंफॉर्मेटिक्स (MI)
- मास्टर ऑफ फाइनेंस (MF)
- मास्टर ऑफ डिज़ाइन (MDes)
- मास्टर ऑफ फाइन आर्ट्स (MFA)
- मास्टर ऑफ मार्केटिंग (MM)
- मास्टर ऑफ मैनेजमेंट (MM)
- मास्टर ऑफ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन (MPA)
- मास्टर ऑफ पब्लिक हेल्थ (MPH)
- मास्टर ऑफ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन (MPA)
- मास्टर ऑफ इंजीनियरिंग (ME)
- मास्टर ऑफ टेक्नोलॉजी (MT)
- मास्टर ऑफ फिजिकल थेरेपी (MPT)
- मास्टर ऑफ ऑक्युपेशनल थेरेपी (MOT)
- मास्टर ऑफ रूरल डेवलपमेंट (MRD)
- मास्टर ऑफ एप्लाइड साइकोलॉजी (MAP)
- मास्टर ऑफ सोशल वर्क (MSW)
- मास्टर ऑफ सोशल साइंस (MSS)
- मास्टर ऑफ सिविल इंजीनियरिंग (MCE)
- मास्टर ऑफ इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग (MΜΕΕ)
- मास्टर ऑफ मैकेनिकल इंजीनियरिंग (MME)
- मास्टर ऑफ साइबर सिक्योरिटी (MCS)
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क्या पोस्ट ग्रेजुएशन करने पर स्कॉलरशिप मिलता है?
जी हां, पोस्ट ग्रेजुएशन करने के लिए स्टूडेंट्स को स्कॉलरशिप प्रदान किया जाता है। भारत में कई ऐसे सरकारी और निजी कॉलेज हैं जो Post Graduation कर रहे छात्रों को छात्रवृत्ति प्रदान करते हैं।
इसके बारे में अधिक जानने हेतु आप जिस कॉलेज से PG (Post Graduation) करना चाहते हैं वहां के अन्य स्टूडेंट्स या प्रोफेसरों से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
पोस्ट ग्रेजुएशन के बाद क्या करे
पोस्ट ग्रेजुएशन के बाद आप अलग अलग क्षेत्रों में अपना करियर आजमा सकते हैं। PG करने के बाद आप कई प्रकार की सरकारी नौकरी करने के लिए भी योग्य हो जाते है, जैसे की –
- दसवीं कक्षा तक पढ़ाने वाले टीचर अर्थात सेकंड ग्रेड टीचर में भर्ती के लिए आवेदन लगा सकते हैं।
- बैंकिंग जॉब में जॉब करने के लिए Apply कर सकते हैं।
- प्राइवेट स्कूलों में आपको आसानी से नौकरी मिल जाता है।
- पोस्ट ग्रेजुएशन के पश्चात आप किसी भी प्राइवेट सेक्टर में उच्च लेवल की जॉब प्राप्त कर सकते हैं।
- पोस्ट ग्रेजुएशन करने के बाद विद्यार्थी आगे कॉलेज में लेक्चरर बनने के लिए NET का Exam भी दिला सकता है।
- कॉलेज प्रोफेसर बनने हेतु विद्यार्थी PhD भी कर सकता है।
- रिसर्च के फील्ड करियर आजमा सकता है, Post Graduation क्या होता है।
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पोस्ट ग्रेजुएशन के बाद नौकरी
ऊपर हमने आपको काफी सारे फिल्ड बताएं है जिनमें आप पोस्ट ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद जॉब पा सकते हैं। लेकिन अब आपके मन में सवाल होगा की पोस्ट ग्रेजुएशन के बाद नौकरी कौन कौन सी मिलती है? तो ये निम्नलिखित है –
- सॉफ्टवेयर इंजीनियर
- सिस्टम इंजीनियर
- पुलिस की नौकरी
- इंडियन आर्मी की नौकरी
- रेलवे में नौकरियां
- बैंक में नौकरी
- सेना में नौकरी
- मीडिया में नौकरी
- डेटा साइंटिस्ट
- प्रोडक्ट मैनेजर
- प्रोजेक्ट मैनेजर
- बिज़नेस एडमिनिस्ट्रेटर
- मार्केटिंग मैनेजर
- फाइनेंस मैनेजर
- ऑपरेशन्स मैनेजर
- मानव संसाधन मैनेजर
- डॉक्टर
- नर्स
- फार्मासिस्ट
- दंत चिकित्सक
- पशु चिकित्सक
- सॉफ्टवेयर डेवलपर
- मोबाइल एप्लिकेशन डेवलपमेंट
- डेटा साइंटिस्ट
- कंप्यूटर नेटवर्क इंजीनियर
- कंप्यूटर सिक्योरिटी इंजीनियर
- पेशेवर वकील
- न्यायाधीश
- सरकारी वकील
- कानूनी सलाहकार
- शिक्षक
- शोधकर्ता
- प्रशासक
- वैज्ञानिक
- इंजीनियर
- शोधकर्ता
- लेखक
- कलाकार
पोस्ट ग्रेजुएशन के बाद नौकरी में सैलरी कितनी मिलती है?
पोस्ट ग्रेजुएशन के बाद की आपकी सैलरी आप कौनसा जॉब कर रहे हैं इसके ऊपर डिपेंड करेगा। नीचे एक टेबल दिया गया है जिसमें पोस्ट ग्रेजुएशन के बाद की कुछ नौकरियां और उनमें मिलने वाली सैलरी के बारे में लिखा है।
फिल्ड | औसतन सैलरी |
इंजीनियरिंग | ₹60,000-₹1,00,000 प्रति महीना |
मेडिकल | ₹50,000-₹3,00,000 प्रति महीना |
बिजनेस | ₹40,000-₹3,20,000 प्रति महीना |
आईटी | ₹50,000-₹2,00,000 प्रति महीना |
फाइनेंस | ₹40,000-₹1,50,000 प्रति महीना |
तेल और गैस | ₹80,000-₹3,00,000 प्रति महीना |
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पोस्ट ग्रेजुएशन करने के फायदे
- पोस्ट ग्रेजुएशन करने के बाद स्टूडेंट्स के पास नए जॉब के कई सारे विकल्प मौजूद होते हैं और कैरियर बनाने के लिए बेहतरीन ऑप्शन भी मिलते रहते हैं।
- पोस्ट ग्रेजुएशन डिग्री प्राप्त करने के बाद विद्यार्थीयों का ज्ञान बढ़ता है और समाज में उसे अच्छे नजरों से देखा जाता है।
- पोस्ट ग्रेजुएशन करने के बाद कई प्रकार के सरकारी नौकरी के लिए आप आवेदन कर सकते हैं।
- पोस्ट ग्रेजुएशन के बाद व्यक्ति के सम्मान के साथ साथ, सैलरी सरकारी और प्राइवेट दोनों ही सेक्टर मे बढ़ती है।
- पोस्ट ग्रेजुएशन को काफी अधिक अहमियत दिया जाता है।
- इसे करने के बाद आप आसानी से टीचिंग में अपना कैरियर बना सकते हैं।
पोस्ट ग्रेजुएशन के लिए सबसे अच्छा देश
पोस्ट ग्रेजुएशन केवल इंडिया में ही नहीं बल्कि बाहर के देशों में भी होता है। वैसे तो इंडिया भी पोस्ट ग्रेजुएशन के लिए काफी बढ़िया विकल्प है, लेकिन अगर आप इसको बाहर के देशों से करते हैं तो आपके लिए यह और भी ज्यादा फायदेमंद साबित हो सकता है।
संयुक्त राज्य अमेरिका, यूके, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और स्विट्जरलैंड काफी बढ़िया विकल्प है, पोस्ट ग्रेजुएशन के लिए।
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Post Graduate Course किन किन विषय से कर सकते हैं?
यदि आप Post Graduate Course करना चाहते हैं तो आप इसके लिए काफी सारे विषय का चयन कर सकते हैं। जैसे की –
- केमिस्ट्री
- बॉटनी
- जियोलॉजी
- मेथ्स
- इकोनॉमिक्स
- हिस्ट्री
- पोलटिकल
- हिंदी
- इंग्लिश
- हिस्ट्री
- जियोग्राफी
- योगा आदि।
ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन में क्या फर्क होता है?
पोस्ट ग्रेजुएशन क्या होता है के इस लेख में अब हम आपको ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन में क्या फर्क होता है के बारे में बताएंगे। इन दोनों में निम्नलिखित फर्क है –
- ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन दोनों अलग अलग डिग्री होती है।
- ज्यादातर लोग केवल ग्रेजुएशन ही करते हैं, कम ही लोग पोस्ट ग्रेजुएशन की ओर आगे बढ़ते हैं।
- ग्रेजुएशन करने के बाद पोस्ट ग्रेजुएशन किया जाता है और इसे ज्यादा अहिमियत भी दिया जाता है।
- ग्रेजुएशन की अवधि 2 से 5 वर्ष के बीच हो सकती है जबकि पोस्ट ग्रेजुएशन की अवधि 1 से 5 वर्ष होती है।
- ग्रेजुएशन की तुलना में पोस्ट ग्रेजुएशन करने के बाद आपको अधिक जॉब अवसर प्राप्त होते हैं।
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Post Graduation के लिए Top Colleges
- इंडियन इंस्टीटयूड आफ टेक्नोलॉजी दिल्ली खरकपुर रूडकी
- मणिपाल कॉलेज आफ डेंटल साइंस
- इंस्टीटयूड ऑफ होटल मैनेजमेंट कैटरिंग एंड न्यूट्रिशन
- लेडी श्री राम कॉलेज फॉर वुमेन
- इण्डियन इंस्टीटयूड ऑफ़ मास कॉम्युनिकेशन
- टाटा इंस्टीटयूड ऑफ मेडिकल साइंस
- नेशनल लाव स्कूल ऑफ़ इण्डिया यूनिवर्सिटी
- ऑल इण्डिया इंस्टीटयूड ऑफ मेडिकल साइंस
- श्री राम कॉलेज आफ कॉमर्स
- नेशनल इंस्टीटयूड ऑफ़ फैशन टेक्नोलॉजी
FAQs:
1. भारत में कितने प्रतिशत लोग पोस्ट ग्रेजुएट हैं?
भारत में फिलहाल पोस्ट ग्रेजुएशन करने वाले लोगों की संख्या में कमी आ रही है। भारत में लगभग 12 प्रतिशत लोग पोस्ट ग्रेजुएटेड है।
2. पोस्ट ग्रेजुएट कौन सी क्लास होती है?
पोस्ट ग्रेजुएशन कोई क्लास नहीं होती, बल्कि ग्रेजुएशन के बाद किए जाने वाला कोर्स होता है।
3. पोस्ट ग्रेजुएशन के बाद BED कितने साल का होता है?
पोस्ट ग्रेजुएशन के बार बीएड लगभग 2 वर्ष का कोर्स होता है।
निष्कर्ष (Post Graduate क्या होता है)
तो दोस्तों, इस पोस्ट में आपने Post Graduate क्या होता है के बारे में विस्तार से जाना। उम्मीद करते हैं की आपको Post Graduate क्या होता है के बारे में विस्तार से जानकारी मिला होगा। हमने कोशिश किया है की आपको सही और सटीक जानकारी प्रोवाइड करे।
लेकिन इसके बाद भी अगर आपके मन में पोस्ट ग्रेजुएशन से संबंधित कोई सवाल या डाउट हो तो आप कॉमेंट करके हमें बता सकते हैं। हम आपकी पूरी सहायता करने का प्रयास करेंगे। साथ ही दोस्तो, इस लेख को अपने सभी दोस्तों के साथ भी करें ताकि उन्हें भी पता चल सके की आखिर ये Post Graduate क्या होता है?
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