जमशेदपुर : झारखंड हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद घाटशिला के जिला परिषद सदस्य करण सिंह घाटशिला जेल से बाहर आ गये. उनका जोरदार स्वागत किया गया. बुधवार की देर शाम में जैसे ही करण सिंह घाटशिला जेल से बाहर निकले, वैसे ही समर्थकों ने उनको गोद में उठा लिया. ढोल-नगाड़ों के बीच फूलों की वर्षा के साथ करण सिंह का स्वागत किया गया. करण सिंह जिंदाबाद का नारा लगाया गया.
इस दौरान विजय जुलूस भी निकाला गया. इस दौरान भाजपा के नेता रोहित परमार, सुरजन मन्ना और सुभाष सिंह के अलावा भाजपा के नेताओं की काफी कमी देखी गयी. लेकिन आम जनता से लेकर तमाम लोग यहां जुटे थे. मौके पर जिला परिषद सदस्य कविता परमार, देवयानी मुर्मू, सुभाष सिंह, सूरज मंडल, महिला नेत्री मंजू सिंह, अमित शर्मा, जगन्नाथ महतो, नीरज सिंह, लव सरदार, हीरा दास, गोपालकृष्ण अग्रवाल, संजय सिंह, विक्रम सिंह, रोहित सिंह परमार, हीरामणि मुर्मू, साहिल आनंद, सुमन घोष, सूजन मन्ना, रोहित अग्रवाल, विवेक गोप, उत्तम दास, नीतीश कुमार, अमन सिंह, हरप्रीत सिंह, संदीप सिंह, धनेश यादव, धीरज सिंह, हरेश्वर सिंह समेत कई जन प्रतिनिधि समेत बड़ी संख्या में स्थानीय लोग उपस्थित थे.
रिहाई के तुरंत बाद कर्ण सिंह घाटशिला रंकिनी मंदिर पहुंचे और वहां माथा टेककर आभार प्रकट किया. पूजा-अर्चना के दौरान उन्होंने कहा कि यह विक्ट्री जनता की है, जिन्होंने हमेशा उनके साथ खड़े होकर विश्वास जताया. इस दौरान करण सिंह ने जेल से निकलने के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि वे अन्याय के खिलाफ था, हूं और रहेंगे. यह लड़ाई सिर्फ उनकी नहीं थी, यह जनता की आवाज और हक के लिए थी. जनता के प्रेम और समर्थन से उनका मनोबल और मजबूत हुआ है.
28 मई को मऊभंडार ओपी क्षेत्र के दाहीगोड़ा स्थित एक निर्माणाधीन अपार्टमेंट के ड्रेनेज को लेकर हुए विवाद में बिल्डर रौशन लाल गुप्ता ने कर्ण सिंह व भाजपा नेता हरप्रीत सिंह के खिलाफ गंभीर धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कराई थी. महज 12 घंटे के भीतर दोनों की गिरफ्तारी कर जेल भेज दिया गया था, जिससे स्थानीय स्तर पर राजनीतिक और सामाजिक माहौल गरमा गया था. हालांकि घाटशिला कोर्ट से हरप्रीत सिंह को पहले ही जमानत मिल चुकी थी, लेकिन करण सिंह को राहत के लिए झारखंड हाईकोर्ट से मिली.