जमशेदपुर: शहर में तीसरे दिन भी मूसलाधार बारिश जारी है. स्वर्णरेखा और खरकाई नदी खतरे के निशान पर है. उधर एहतियात के तौर पर चांडिल डैम के चार फाटक खोले गए हैं. नदी किनारे इलाकों खाली करने की जिला प्रशासन ने अपील की है. तटीय इलाकों में रह रहे लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने की लगातार अपील की जा रही है. हालांकि अभी बाढ़ का पानी शहर में प्रवेश नहीं किया है. नगरीय व्यवस्था की पोल खुल गयी है. शहर के सारे ड्रेनेज सिस्टम ध्वस्त हो चुके हैं यही कारण है कि बारिश के पानी का निकास नहीं होने की वजह से लोगों के घरों में पानी घुस रहा है. जमशेदपुर के कदमा, मानगो, बागबेड़ा, बारीडीह, सोनारी, शास्त्रीनगर, बागबेड़ा के इलाको के सैकड़ो घरों में नाले का पानी प्रवेश कर गया है जिससे लोगों को लाखों का नुकसान उठाना पड़ा है.
जमशेदपुर पश्चिम के विधायक सरयू राय पानी में उतर कर लोगों की मदद कर रहे हैं. जिला प्रशासन के लोग पानी में फंसे लोगों को निकालने की कवायद में जुटी है. इस व्यवस्था के लिए जिम्मेदार कौन है यह हम आपपर छोड़ते हैं. बारिश अभी दो दिन और होना है. नदियों का पानी जब शहर का रुख अख्तियार करेगी तब क्या होगा इससे शहरवासी सहमे हैं.
स्वर्णरखा नदी (मानगो ब्रिज स्थल पर):
खतरे का स्तरः 121.50 मीटर
वर्तमान जलस्तरः 121.300 मीटर
खरकई नदी (आदित्यपुर ब्रिज स्थल पर):
खतरे का स्तरः 129 मीटर
वर्तमान जलस्तरः 128.780 मीटर
इन आंकड़ों से स्पष्ट है कि दोनों नदियों का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच चुका है. किसी भी अनहोनी से बचने के लिए जिला प्रशासन द्वारा सतर्कता बरतने और आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं.