नयी दिल्ली : जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के जवाब में भारतीय सेना ने आतंक के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की. भारत की तीनों सेनाओं ने जॉइंट ऑपरेशन के तहत पाकिस्तान में स्थित कुल 9 आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक करते हुए कार्रवाई की. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, इस हमले में करीब 90 आतंकियों को मारे गये है. भारत ने इस कार्रवाई को ‘सिंदूर ऑपरेशन’ कहा है. वैसे पाकिस्तान ने कहा है कि इस हमले में 26 लोग मारे गये है. 55 लोग घायल है. लेकिन पाकिस्तान से मिल रही जानकारी के मुताबिक, करीब 90 आतंकी मारे गये है. बहावलपुर और मुरीदके में लगभग 25 से 30 आतंकवादी मारे गए हैं, जो सबसे बड़ी दो जगहें हैं. सबसे बड़ी बात तो यह रही कि जिन आतंकियों ने महिलाओं के सिंदूर को छिना था, उसके खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर चलाया गया.
वहीं, इस ऑपरेशन में महिला सैन्य अधिकारियों को भी काम पर लगाया गया था. वहीं, प्रेस ब्रीफिंग भी महिला अधिकारियों से ही करायी गयी. इस बार की ब्रीफिंग में बकायदा वीडियो भी दिखाया गया, जिसमें ऑपरेशन को दिखाय गया है. कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने प्रेस ब्रीफिंग में एयरस्ट्राइक की जानकारी दी. भारतीय सेना की प्रेस ब्रीफिंग में कर्नल सोफिया कुरेशी ने कहा कि मासूम पर्यटकों और उनके परिवारों को न्याय देने के लिए ऑपरेशन सिंदूर लांच किया गया. पाकिस्तान में पिछले तीन दशकों से टेटर इन्फ्रास्ट्रक्चर का निर्माण हो रहा था, जो पाकिस्तान और पाकिस्तान अधीकृत कश्मीर (पीओके) दोनों में फैले हैं. कर्नल सोफिया ने कहा कि 9 आतंकी कैंपों को निशाना बनाया गया और ध्वस्त किया गया. पिछले तीन दशकों से पाकिस्तान ने व्यवस्थित तरीके से आतंकी ढांचे का निर्माण किया, जो आतंकी कैंपों और लॉन्चपैड्स के लिए पनाहगाह रहा है. उत्तर में सवाई नाला और दक्षिण में बहावलपुर में स्थित मशहूर प्रशिक्षण शिविर को निशाना बनाया गया. विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने ब्रीफिंग देते हुए कहा कि पुख्ता इंटेलिजेंस इनपुट के बाद ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया गया था.
पाकिस्तान के मुजफ्फराबाद मे लश्कर के ट्रेनिंग सेंटर पर हमला किया गया. आतंकियों ने यहीं से प्रशिक्षण लिया था. आतंकियों की रीढ़ तोड़ने की कार्रवाई की गई. बरनाला कैंप भी ध्वस्त किया गया. सियालकोट में महमूना कैंप को भी नष्ट किया गया. प्रेस ब्रीफिंग के दौरान विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने कहा कि भारत ने सीमा पार हमलों का जवाब देने, रोकने और प्रतिरोध करने के अपने अधिकार का प्रयोग किया है. भारत का एक्शन नपातुला, जिम्मेदारी भरा और गैर-उकसावे वाला है. आयोजकों और फाइनेंसरों को जवाबदेह ठहराने का प्रयास था. भारत की कार्रवाई को इसी संदर्भ में देखा जाना चाहिए. विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने कहा कि पहलगाम हमला स्पष्ट रूप से जम्मू-कश्मीर में बहाल हो रही स्थिति को प्रभावित करने के लिए किया गया था. पिछले साल सवा दो करोड़ से ज्यादा पर्यटक कश्मीर आए थे. हमले का तरीका जम्मू-कश्मीर और शेष राष्ट्र में सांप्रदायिक दंगे भड़काने था लेकिन इसको भारत सरकार और देश के नागरिकों ने विफल कर दिया. कर्नल सोफिया कुरैशी ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान तीर्थयात्रियों की बस पर आतंकी हमला करने वाले दहशतगर्दों के ठिकाने को भी नष्ट किया गया है. कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने नेस्तनाबूद किए गए आतंकी ठिकानों की तस्वीरों के साथ पूरा ब्यौरा साझा किया और बताया कि जिन नौ ठिकानों पर हमले किए गए, उसके पीछे भारतीय सेना का मकसद क्या था. उन्होंने कहा, ऑपरेशन सिंदूर 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए वीभत्स आतंकी हमले के शिकार नागरिकों और उनके परिवारों को न्याय देने के लिए किया गया.
नौ ठिकानों की पहचान कर उन्हें बर्बाद किया गया. इन ठिकानों में आतंकियों को प्रशिक्षित किया जाता था. ये आतंकियों के लांच पैड थे. भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा पाकिस्तान और पीओके में ऑपरेशन सिंदूर के तहत जिन नौ ठिकानों पर हमला किया गया उसमें पाकिस्तान के बहावलपुर स्थित मरकज़ सुभान अल्लाह, मुरीदके के मरकज़ तैयबा, बहावलपुर के सरजाल व तेहरा कलां, सियालकोट स्थित महमूना जोया सुविधा, भिंबर स्थित मरकज़ अहले हदीस बरनाला, कोटली स्थित मरकज़ अब्बास कोटली जिले के ही मस्कर राहील शाहिद, मुजफ्फराबाद स्थित शावई नाला कैम और मुजफ्फराबाद स्थित मरकज़ सैयदना बिलाल शामिल है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक आतंकी मसूद अजहर के परिवार के 10 लोग एयर स्ट्राइक में मारे गए.