आदित्यपुर: सरायकेला खरसावां की आदित्यपुर पुलिस ने फर्जी पुलिस बनकर अवैध वसूली करने के मामले में 4 अप्रैल की रात जब्त किए गए बोलेरो की जांच में चौंकाने वाला खुलासा किया है. पुलिस ने जब्त बोलेरो से बरामद दस्तावेजों के आधार पर हत्या के मामले में जेल में बंद अपराधी विक्की नंदी, उसके बड़े भाई कुणाल उर्फ बिट्टू नंदी और गौतम कुमार के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धाराओं 319(2), 318(4), 308(5), 336(3), 336(4), 340(2), 341(1), 341(2), 342(2) और 3(5) के तहत मामला दर्ज किया है. घटना के बाद से बिट्टू और गौतम फरार है. पुलिस दोनों की तलाश कर रही है. थाना प्रभारी राजीव कुमार सिंह ने बताया कि चार अप्रैल की रात्रि गश्ती के दौरान ऑटो क्लस्टर के ट्रैफिक पोस्ट के पास पुलिस ने बिना नंबर प्लेट की एक बोलेरो गाड़ी को रोकने की कोशिश की.
पुलिस की गश्ती टीम में शामिल एसआई जयराज कुमार सोनी, एसआई रणजीत कुमार सिंह, आरक्षी नन्दलाल प्रसाद वर्मा और चालक आरक्षी इन्द्रजीत प्रसाद ने गाड़ी को रुकने का इशारा किया, लेकिन गाड़ी तेज रफ्तार में भागने लगी. पुलिस ने पीछा कर बोलेरो को पकड़ लिया. गाड़ी की कांच पर काली फिल्म लगी हुई थी और उस पर ‘पुलिस’ लिखा हुआ था, जिससे साफ होता है कि इसका इस्तेमाल फर्जी पुलिस बनकर लोगों को डराने के लिए किया जा रहा था. पुलिस को पीछा करता देख बोलेरो में सवार दो युवक वाहन छोड़कर फरार हो गए. जब्त बोलेरो की तलाशी लेने पर एक काले रंग का वॉकी- टॉकी और उसका चार्जर, ड्राइविंग लाइसेंस, आधार- पैन कार्ड, दो वाहनों के रजिस्ट्रेशन कार्ड, 18 से 20 पीस डेबिट/ क्रेडिट कार्ड, एयरगन के छर्रे और सीट के नीचे छिपाया गया नंबर प्लेट बरामद हुआ. सारे दस्तावेज कुणाल और विक्की के थे. इस आधार पर एफआईआर दर्ज कर आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी की जा रही है.