5G Global Race: इस साल के 5G Global Awards 2025 के नतीजे जारी हो चुके हैं और भारतीय यूज़र्स के लिए यह रिपोर्ट चौंकाने वाली साबित हुई। ओपनसिग्नल की रिपोर्ट के अनुसार भारत के बड़े टेलीकॉम ऑपरेटर जैसे रिलायंस जियो, एयरटेल और वोडाफोन-आइडिया इस बार किसी सूची में शामिल नहीं हो पाए। वहीं, दुनिया के अन्य देशों की कंपनियों ने 5G सेवाओं में बेहतरीन प्रदर्शन दिखाया।
5G Download Speed में ब्राजील और दक्षिण कोरिया ने किया नेतृत्व
रिपोर्ट में 5G Global Race बड़े एरिया वाले देशों में ब्राजील की वीवो ने औसतन 362.1 Mbps की 5G download speed के साथ पहला स्थान हासिल किया। इसके अलावा क्लारो और TIM भी टॉप पर रहीं। छोटे एरिया वाले देशों में दक्षिण कोरिया की केटी ने 470.7 Mbps की औसत स्पीड के साथ बाजी मारी। ओपनसिग्नल ने जनवरी से जून तक अरबों बार यूज़र्स के फोन डेटा का विश्लेषण कर विजेताओं की घोषणा की। रिपोर्ट में पोलैंड और नीदरलैंड को भी तेजी से बढ़ने वाले देशों के रूप में दिखाया गया। पोलैंड में T-Mobile, Orange और Play को “5G Global Rising Star” का खिताब मिला। नीदरलैंड में O2 ने छोटे एरिया वाले देशों में 151.1 Mbps की ग्रोथ के साथ पहला स्थान हासिल किया।
कवरेज और नेटवर्क क्वालिटी: अमेरिका और सिंगापुर आगे
बड़े क्षेत्रों में अमेरिका की T-Mobile ने 8.1 स्कोर के साथ सबसे ज्यादा कवरेज प्रदान की। छोटे क्षेत्रों में सिंगापुर की Singtel ने 9.1 स्कोर के साथ बढ़त बनाई। सिंगापुर की M1, Simba और Starhub जैसी कंपनियां भी इस सूची में शामिल रहीं। गेमिंग और वीडियो अनुभव की रेटिंग में जापान की OCN और सिंगापुर की Singtel ने टॉप स्थान हासिल किया। बड़े एरिया वाले देशों में OCN ने 91.9 स्कोर, जबकि छोटे एरिया वाले देशों में Singtel ने 92.9 स्कोर प्राप्त किया। वीडियो स्ट्रीमिंग क्वालिटी में रोमानिया की DIGI, फिनलैंड की DNA, स्वीडन की Telenor और Tele2, कनाडा की Rogers और जापान की OCN ने बेहतर प्रदर्शन किया।
भारतीय कंपनियों के लिए चुनौती और वैश्विक परिदृश्य
इस रिपोर्ट ने साफ कर दिया है कि 5G Global Race में भारत की बड़ी कंपनियां अभी पीछे हैं। जबकि ब्राजील, दक्षिण कोरिया और यूरोप के कई देश तकनीक में दुनिया का नेतृत्व कर रहे हैं। भारत में 5G कवरेज धीरे-धीरे बढ़ रहा है, लेकिन औसत डाउनलोड स्पीड और नेटवर्क स्थिरता के मामले में वैश्विक स्तर पर अभी सुधार की आवश्यकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि भारत में 5G नेटवर्क की विस्तार क्षमता, स्पेक्ट्रम अलॉटमेंट और इंफ्रास्ट्रक्चर निवेश बढ़ाकर यह अंतर कम किया जा सकता है। यह चुनौती भारतीय टेलीकॉम ऑपरेटरों के लिए नए इनोवेशन और तकनीकी सुधार का अवसर भी प्रस्तुत करती है।)
वैश्विक रुझान और भविष्य की दिशा

छोटे और बड़े क्षेत्रों में तेजी से बढ़ रहे नेटवर्क्स से यह स्पष्ट होता है कि 5G केवल स्पीड ही नहीं, बल्कि कवरेज, गेमिंग अनुभव, वीडियो स्ट्रीमिंग और स्मार्ट सिटी एप्लीकेशन्स में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। पोलैंड, नीदरलैंड, ब्राजील और दक्षिण कोरिया जैसी कंपनियां लगातार नए तकनीकी उपाय अपनाकर बेहतर सेवाएं दे रही हैं। भारत में भी आने वाले वर्षों में 5G नेटवर्क विस्तार, हाई-स्पीड कवरेज और AI-बेस्ड नेटवर्क ऑप्टिमाइजेशन के साथ सुधार की उम्मीद है। इस वैश्विक रेस में हिस्सा लेने के लिए भारतीय कंपनियों को निवेश, टेक्नोलॉजी और उपयोगकर्ता अनुभव पर ध्यान केंद्रित करना होगा।
Disclaimer: यह जानकारी OpenSignal और सार्वजनिक रिपोर्ट्स पर आधारित है। वास्तविक नेटवर्क प्रदर्शन, डाउनलोड स्पीड और कवरेज क्षेत्रों के अनुसार भिन्न हो सकते हैं।
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