• Home
  • About Us
  • Contact Us
  • Disclaimer
  • Privacy Policy
  • Terms and Conditions
The Global Press
  • Home
  • Automobile
  • Tech
  • Country
  • Job
  • Political
  • Sports
  • Entertenment
  • Yojana
  • योग दिवस
  • Rath Yatra
No Result
View All Result
  • Home
  • Automobile
  • Tech
  • Country
  • Job
  • Political
  • Sports
  • Entertenment
  • Yojana
  • योग दिवस
  • Rath Yatra
No Result
View All Result
The Global Press
No Result
View All Result
Home Yoga

सुप्त बद्ध कोणासन: करने की विधि, लाभ और सावधानियाँ

Abhishek Suthar by Abhishek Suthar
in Yoga
0
सुप्त बद्ध कोणासन: करने की विधि, लाभ और सावधानियाँ

सुप्त बद्ध कोणासन जिसे Reclined Bound Angle Pose या Reclined Cobbler’s Pose भी कहा जाता है, एक अत्यंत लाभकारी योगासन है। यह आसन शरीर और मन को गहराई से आराम देता है। नियमित अभ्यास से तनाव और चिंता दूर होती है, रक्त संचार बेहतर होता है और शरीर ऊर्जावान महसूस करता है।

सुप्त बद्ध कोणासन का अर्थ

इस आसन का नाम संस्कृत से लिया गया है:

  • सुप्त = लेटकर करना / reclining

  • बद्ध = बंधा हुआ / bound

  • कोण = कोण / angle

  • आसन = मुद्रा / pose

👉 इसका अर्थ है “लेटकर किया जाने वाला कोणासन”।

सुप्त बद्ध कोणासन करने की विधि (Steps)

  • योगा मैट पर सीधे लेट जाएं।

  • घुटनों को मोड़कर एड़ियों को पेल्विस (श्रोणि) की ओर लाएं।

  • दोनों पैरों के तलवों को मिलाकर घुटनों को बाहर की ओर गिरने दें।

  • रीढ़ की हड्डी सीधी रखते हुए आराम से लेटें।

  • हाथों को शरीर के बगल में रखें, हथेलियाँ ऊपर की ओर रहें।

  • आँखें बंद करके गहरी सांस लें और शरीर में होने वाले खिंचाव पर ध्यान दें।

  • इस स्थिति में 1 से 5 मिनट तक रहें।

  • बाहर आने के लिए घुटनों को धीरे-धीरे पास लाएं और सीधे लेट जाएं।

सुप्त बद्ध कोणासन के लाभ (Benefits)

  • तनाव, चिंता और मानसिक दबाव को कम करता है।

  • जांघों, कूल्हों और ग्रोइन (जांघ की अंदरूनी मांसपेशियों) को खींचता है।

  • पेल्विस और पीठ में रक्त संचार को बढ़ाता है।

  • हिप जॉइंट्स को खोलता है और उन्हें लचीला बनाता है।

  • प्रोस्टेट ग्रंथि के लिए लाभकारी है।

  • थकान, अनिद्रा और माहवारी के दर्द से राहत देता है।

  • नियमित अभ्यास से ऊर्जा का स्तर बढ़ता है और शरीर हल्का महसूस करता है।

सुप्त बद्ध कोणासन की सावधानियाँ (Contraindications)

  • अगर आपके घुटने, पीठ, कंधे या कूल्हों में चोट है तो इस आसन से बचें।

  • गर्भवती महिलाएं इसे केवल विशेषज्ञ की देखरेख में करें।

  • प्रसव के तुरंत बाद (कम से कम 8 हफ्तों तक) इसे न करें।

  • किसी भी प्रकार का दर्द या असुविधा हो तो अभ्यास रोक दें।

अभ्यास के टिप्स

  • घुटनों को सहारा देने के लिए कुशन या बोल्स्टर का प्रयोग करें।

  • योगा स्ट्रैप का इस्तेमाल करके पैरों को स्थिर रखा जा सकता है।

  • शांत और स्वच्छ वातावरण में अभ्यास करें ताकि मन पूरी तरह शांत हो।

FAQs – सुप्त बद्ध कोणासन

Q1: सुप्त बद्ध कोणासन कितनी देर करना चाहिए?
👉 शुरुआती लोग 1–2 मिनट से शुरू करें और धीरे-धीरे इसे 5 मिनट तक कर सकते हैं।

Q2: क्या यह आसन गर्भवती महिलाओं के लिए सुरक्षित है?
👉 केवल योग विशेषज्ञ की देखरेख में और सहारे के साथ करना चाहिए।

Q3: क्या सुप्त बद्ध कोणासन अनिद्रा में लाभकारी है?
👉 हां, यह तनाव कम करता है और नींद की गुणवत्ता को बेहतर बनाता है।

Q4: क्या इसे शवासन की जगह किया जा सकता है?
👉 हां, यह शवासन का एक अच्छा विकल्प माना जाता है क्योंकि यह शरीर को गहराई से आराम देता है।

निष्कर्ष

सुप्त बद्ध कोणासन (Reclined Bound Angle Pose) एक आरामदायक और पुनर्स्थापनात्मक योगासन है। इसका नियमित अभ्यास मन को शांत करता है, शरीर को लचीला बनाता है और रक्त संचार को बेहतर करता है। हालांकि, इसे अपनी शारीरिक क्षमता और स्वास्थ्य स्थिति को ध्यान में रखते हुए करना चाहिए।

👉 दिन के अंत में या योग अभ्यास के बाद इस आसन को करने से गहरी शांति और ताजगी का अनुभव होता है।

यह भी पढ़ें –

खाना खाने के बाद वज्रासन में बैठें, पाचन मज़बूत होने के अलावा शरीर को मिलेंगे कई फायदे

Baddha Konasana – Butterfly Yoga Pose

Padmasana (Lotus Pose) – A Yoga Pose For Meditation

Related Posts

गोमुखासन | Gomukhasana विधि, लाभ और सावधानियाँ

गोमुखासन | Gomukhasana विधि, लाभ और सावधानियाँ

by Abhishek Suthar
October 11, 2025
0

गोमुखासन (Gomukhasana) योग का एक प्रसिद्ध आसन है, जिसका अर्थ है “गाय के मुख के समान मुद्रा”। संस्कृत में “गो”...

पश्चिमोत्तानासन के लाभ और विधि | Paschimottanasana Benefits in Hindi

पश्चिमोत्तानासन के लाभ और विधि | Paschimottanasana Benefits in Hindi

by Abhishek Suthar
October 5, 2025
0

🌸 परिचय (Introduction) पश्चिमोत्तानासन एक अत्यंत लाभदायक योगासन है जो शरीर के पीछे के हिस्से को पूरी तरह से खींचता...

भुजंगासन के फायदे – विधि, लाभ और सावधानियाँ | भुजंगासन कैसे करें

भुजंगासन के फायदे – विधि, लाभ और सावधानियाँ | भुजंगासन कैसे करें

by Abhishek Suthar
September 17, 2025
0

भुजंगासन क्या है? भुजंगासन जिसे अंग्रेज़ी में Cobra Pose Yoga कहा जाता है, एक बैकवर्ड बेंड योगासन है। यह रीढ़...

अधोमुख श्वानासन (Adho Mukha Svanasana In Hindi) के लाभ और तरीका

अधोमुख श्वानासन (Adho Mukha Svanasana In Hindi) के लाभ और तरीका

by Abhishek Suthar
September 14, 2025
0

अधोमुख श्वानासन (Adho Mukha Svanasana) का तरीका और फायदे  योग के आसनों में अधोमुख श्वानासन एक महत्वपूर्ण आसन है, जिसे...

मकरासन के लाभ, विधि, सावधानियां और फायदे | मगरमच्छ आसन

मकरासन के लाभ, विधि, सावधानियां और फायदे | मगरमच्छ आसन

by Abhishek Suthar
September 13, 2025
0

मकरासन के लाभ, करने की विधि और सावधानियां योग विज्ञान में मकरासन (Makarasana) एक अत्यंत सरल लेकिन प्रभावी आसन माना...

Load More
  • Home
  • About Us
  • Contact Us
  • Disclaimer
  • Privacy Policy
  • Terms and Conditions
Call us: +91 8967491470

© 2024 by The Global Press.

No Result
View All Result
  • Home
  • Automobile
  • Tech
  • Country
  • Job
  • Political
  • Sports
  • Entertenment
  • Yojana
  • योग दिवस
  • Rath Yatra

© 2024 by The Global Press.