यह कोई एक दिन में लिया गया फैसला नहीं
दिल्ली सरकार के ताकतवर मंत्रियों में शामिल रहे कैलाश गहलोत ने एक दिन पहले ही मंत्री पद और आम आदमी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। आम आदमी पार्टी छोड़ने के 24 घंटे के भीतर ही कैलाश गहलोत भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के मुख्यालय पहुंचे और पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली।कैलाश गहलोत ने केजरीवाल को लिखे पत्र में लिखा था कि नया बंगला जैसे कई शर्मनाक विवाद हैं जो इस संदेह में डाल रहे हैं कि क्या हम अभी भी आम आदमी होने में विश्वास करते हैं। कैलाश गहलोत के इस्तीफे को आम आदमी पार्टी के नेता ईडी और अन्य केंद्रीय एजेंसियों के दबाव में उठाया गया कदम बता रहे थे। बीजेपी में शामिल होने के बाद कैलाश गहलोत ने इस तरह की चर्चा को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि यह सब गलत है। कभी किसी के दबाव में काम नहीं किया। यह कोई एक दिन में लिया गया फैसला नहीं है।