नई दिल्ली। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने मणिपुर में हाल में हुई हिंसक झड़पों और जारी हिंसा पर गहरी चिंता जताई। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मणिपुर का दौरा करने और राज्य में शांति स्थापित करने की दिशा में ठोस कदम उठाने की अपील की।
राहुल गांधी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “मणिपुर में हाल की हिंसक घटनाएं और लगातार हो रही हिंसा बेहद परेशान करने वाली हैं। यह राज्य के लिए और देश के लिए चिंता का विषय है।” उन्होंने कहा कि एक साल से अधिक समय से मणिपुर में मेइती और कुकी समुदायों के बीच चली आ रही हिंसा ने न केवल हजारों परिवारों को प्रभावित किया है, बल्कि यह भी पूरे राज्य की सामाजिक संरचना को कमजोर कर रही है।
“स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है”
उन्होंने कहा, “एक साल से अधिक समय तक विभाजन और पीड़ा के बाद, हर भारतीय की उम्मीद थी कि केंद्र और राज्य सरकारें सुलह के लिए हर संभव प्रयास करेंगी और कोई समाधान निकाला जाएगा, लेकिन स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है।” उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह करते हुए कहा, “मैं प्रधानमंत्री से एक बार फिर मणिपुर का दौरा करने और क्षेत्र में शांति एवं सौहार्द बहाल करने की दिशा में काम करने का अनुरोध करता हूं।”
3 मंत्रियों और 6 विधायकों के आवासों पर हमला
मणिपुर में जारी हिंसा के बीच एक बार फिर स्थिति तनावपूर्ण तब हो गई जब शनिवार को प्रदर्शनकारियों ने राज्य के तीन मंत्रियों और छह विधायकों के आवासों पर हमला किया। यह घटनाक्रम मणिपुर में हाल ही में नदी से निकाले गए लापता छह लोगों में से तीन के शवों के मिलने के एक दिन बाद हुआ। इस हमले के बाद राज्य सरकार ने पांच जिलों में अनिश्चितकाल के लिए निषेधाज्ञा लागू कर दी और कुछ क्षेत्रों में इंटरनेट सेवाएं भी निलंबित कर दीं।
मेइती और कुकी समुदायों के बीच संघर्ष
यह हिंसा मणिपुर में मई 2023 से मेइती और कुकी समुदायों के बीच चल रहे संघर्ष का हिस्सा है, जिसमें अब तक 200 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। हिंसा के कारण राज्य में सामाजिक और सांस्कृतिक तनाव भी बढ़ चुका है, और कई परिवार विस्थापित हो चुके हैं। राहुल गांधी ने इस हिंसा के संदर्भ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करते हुए कहा कि केंद्र सरकार को अब इस संकट को सुलझाने के लिए सक्रिय कदम उठाने की जरूरत है, ताकि मणिपुर में शांति बहाल हो सके और राज्य में स्थिरता लौट सके।