जमशेदपुर : देशभर में एक बार फिर कोरोना संक्रमण के मामलों में तेजी देखी जा रही है. इसी के मद्देनजर जमशेदपुर में भी प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह सतर्क हो गया है. एहतियाती उपायों के तहत शहर के प्रमुख सरकारी अस्पताल एमजीएम मेडिकल कॉलेज अस्पताल को बुधवार को 5000 रैपिड एंटीजन टेस्ट किट उपलब्ध करा दी गई हैं. इसके साथ ही अस्पताल में जांच की प्रक्रिया भी तत्काल प्रभाव से शुरू कर दी गई है. रैपिड एंटीजन टेस्ट की सुविधा डिमना चौक स्थित एमजीएम के नए अस्पताल भवन में शुरू की गई है. यहां हर संदिग्ध मरीज की जांच की जा रही है, और उनकी रिपोर्ट 10 से 15 मिनट के भीतर दे दी जा रही है. इससे संक्रमण की त्वरित पहचान संभव हो पाएगी और आवश्यक इलाज में समय की बचत होगी.

एमजीएम अस्पताल के अधीक्षक डा. आरके मंधान ने बताया कि, रैपिड एंटीजन किट मिलने से अब मरीजों को जांच के लिए लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा. समय पर रिपोर्ट आने से मरीज का इलाज भी तुरंत शुरू किया जा सकेगा. इससे न केवल इलाज में तेजी आएगी, बल्कि संक्रमण फैलने की आशंका को भी कम किया जा सकेगा. डा. मंधान ने अपील की कि अगर किसी को बुखार, गले में खराश, खांसी या सांस लेने में तकलीफ जैसे कोरोना के लक्षण नजर आएं, तो वे स्वयं आगे बढ़कर जांच कराएं. उन्होंने कहा कि, कोरोना की जंग में सतर्कता ही सबसे बड़ा हथियार है. जितनी जल्दी मरीज की पहचान होगी, उतना ही संक्रमण को रोका जा सकेगा. कोरोना की स्थिति को ध्यान में रखते हुए एमजीएम के नए अस्पताल भवन में 10 बेड का एक विशेष आइसोलेशन वार्ड भी तैयार किया जा रहा है. इस वार्ड में किसी भी संक्रमित मरीज को तत्काल आइसोलेट कर इलाज शुरू किया जाएगा, ताकि दूसरों में संक्रमण फैलने से रोका जा सके. राज्य स्वास्थ्य विभाग और जमशेदपुर जिला प्रशासन कोरोना की स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं. अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि अस्पतालों को हर आवश्यक संसाधन मुहैया कराया जाएगा और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरी तैयारी रखी गई है.
प्रशासन ने आम लोगों से अपील की है कि वे मास्क पहनना, सामाजिक दूरी बनाए रखना और नियमित हाथ धोने जैसे मूल नियमों का पालन करें. अगर स्थिति गंभीर होती है, तो आगे और सख्त कदम उठाए जा सकते हैं.