7 मई, 2025 की सुबह, भारत ने Operation Sindoor 2025 शुरू किया, जो पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू और कश्मीर (पीओजेके) में स्थित आतंकवादी ढांचे को नष्ट करने के लक्ष्य के साथ एक विशाल और योजनाबद्ध सैन्य अभियान है। भारत की सुरक्षा नीति में एक नए युग की शुरुआत इस ऑपरेशन से होती है, जिसका नाम “सिंदूर” के नाम पर रखा गया है, जिसे भारतीय संस्कृति में शक्ति और दृढ़ संकल्प का प्रतीक माना जाता है।
Operation Sindoor 2025: क्या है यह अभियान?
Operation Sindoor 2025 भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा किया गया एक सटीक सैन्य अभियान है, जिसका उद्देश्य उन आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाना था जो भारत में आतंकी हमलों की योजना और उन्हें अंजाम देने के लिए जिम्मेदार हैं। इस ऑपरेशन में पाकिस्तान और PoJK के नौ महत्वपूर्ण आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया गया जिनमें प्रशिक्षण शिविर, हथियारों के गोदाम और कमांड सेंटर शामिल थे।
पिछले अभियानों के विपरीत, इस बार भारत ने संयम और रणनीतिक संदेश पर जोर दिया। भारत सरकार ने स्पष्ट किया कि इस कार्रवाई में किसी भी पाकिस्तानी सैन्य संस्थान को निशाना नहीं बनाया गया, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि भारत का उद्देश्य केवल आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई करना है।
ऑपरेशन की पृष्ठभूमि: यह कदम क्यों ज़रूरी था?
पहलगाम आतंकी हमला, जिसमें एक नेपाली नागरिक समेत 26 निर्दोष लोग मारे गए थे, इस ऑपरेशन का आधार बना। भारतीय खुफिया एजेंसियों द्वारा पहचाने गए 9 स्थानों को आतंकवादी गतिविधियों का केंद्र माना जाता था। इस ऑपरेशन के ज़रिए भारत ने तीन मुख्य उद्देश्य हासिल किए:
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भविष्य के हमलों को रोकना
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राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करना
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क्षेत्रीय स्थिरता में भारत की निर्णायक भूमिका स्थापित करना
ऑपरेशन का निष्पादन: सटीकता और संयोजन की मिसाल
ऑपरेशन सिन्दूर, भारत की तकनीकी दक्षता और खुफिया नेटवर्क की शक्ति का प्रमाण है। इस अभियान की मुख्य विशेषताएं थीं:
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सटीक हमले: ड्रोन, गाइडेड मिसाइलें और विशेष बलों की मदद से अभियान को अंजाम दिया गया।
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रीयल-टाइम इंटेलिजेंस: उपग्रह, मानवीय स्रोत और इलेक्ट्रॉनिक निगरानी के जरिए जानकारी जुटाई गई।
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समन्वित अभियान: वायुसेना, थलसेना और अन्य एजेंसियों ने मिलकर कार्य किया।
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राजनयिक संदेश: भारत ने स्पष्ट किया कि हमले आतंकियों के खिलाफ हैं, न कि पाकिस्तान की सेना के।
“सिन्दूर” का सांस्कृतिक अर्थ
“सिन्दूर” भारतीय संस्कृति में नारी शक्ति, सुरक्षा और समर्पण का प्रतीक है। ऑपरेशन सिन्दूर के नामकरण से भारत ने यह स्पष्ट कर दिया कि वह अपनी संप्रभुता और नागरिकों की रक्षा के लिए हर संभव कदम उठाएगा।
संभावित प्रभाव और आगे की राह
ऑपरेशन सिन्दूर के क्षेत्रीय और वैश्विक असर को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता:
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भारत की दृढ़ नीति को बल: यह संदेश गया कि भारत आतंकवाद को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेगा।
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राजनयिक चुनौतियां: पाकिस्तान ने इसे ‘आक्रामक कार्रवाई’ बताया है, जिससे कूटनीतिक तनाव की संभावना बढ़ गई है।
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वैश्विक प्रतिक्रिया: दुनिया की नजरें अब भारत-पाक संबंधों पर टिकी हैं।
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देशवासियों में आत्मविश्वास: भारतीय जनता के लिए यह अभियान गौरव का विषय बना है।
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पाकिस्तान पर अंतरराष्ट्रीय दबाव: आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई करने का दबाव बढ़ा है।

अंत में, भारत की नई सुरक्षा रणनीति पर एक नज़र।
Operation Sindoor 2025 सिर्फ़ एक सैन्य कार्रवाई नहीं है, बल्कि भारत की नई रक्षा नीति की स्पष्ट घोषणा है। इस ऑपरेशन ने दिखाया कि भारत अब सिर्फ़ प्रतिक्रिया नहीं करेगा, बल्कि सटीकता, गति और निर्णायकता के साथ काम करेगा। यह ऑपरेशन न केवल आतंकी ढांचे को ध्वस्त करने में सफल रहा, बल्कि यह संदेश भी दिया कि भारत अपनी संप्रभुता और नागरिकों की रक्षा के लिए हर समय तैयार है।
Operation Sindoor किसने दिया नाम जानें
- पहलगाम में हुए आतंकी हमले में कई सुहागिनों की मांग सूनी हो गई थी. कुछ लड़कियां तो ऐसी थीं जिनकी शादी को कुछ दिन या महीने ही हुए थे. उनके हाथों की मेहंदी भी नहीं उतरी थी कि सीमा पार से आए कुछ आतंकियों ने उनके मांग का सिंदूर उजाड़ दिया. जिसका बदला लेने के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ (Operation Sindoor) लॉन्च किया गया है.
- दरअसल, इस अभियान के लिए ‘Operation Sindoor’ नाम खुद पीएम मोदी ने चुना था। आधिकारिक सूत्रों से यह जानकारी सामने आई है।