कानपुर। जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह शहर की कमान संभालने के बाद से ही लगातार भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं। इसी क्रम में मंगलवार को आसरा आवास दिलाने के नाम पर महिलाओं से तीन लाख पचास हजार रुपये की उगाही करने वाले शाहिद नाम के दलाल को कलेक्ट्रेट परिसर से पकड़ा गया है। जिसे सम्बंधित थाना कोतवाली के हवाले कर दिया गया है। शिकायतकर्ता पूनम द्वारा जिलाधिकारी को लिखित रूप में बताया गया कि वह नौबस्ता के आवास विकास की रहने वाली है। साथ ही वह सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने का काम भी करती है। उन्होंने आरोप लगाते हुए बताया कि वह खुद को कलेक्ट्रेट में बाबू बताता है। उसने आसरा आवास दिलाने के नाम पर मुझसे और मेरे साथ की अन्य महिलाओं के साथ टुकड़ो में तीन लाख पचास हजार रुपये ले लिए और आवास भी नही दिलाया। रुपए वापस मांगने पर जेल भेजने की धमकी दे रहा है। जिस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए जिलाधिकारी ने आरोपित शाहिद को कोतवाली पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।