जमशेदपुर : सिंहभूम चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री में सोमवार को जमशेदपुर के सभी क्षेत्रों के पान-मसाला कारोबारियों की एक बैठक हुई, जिसमें कारोबारियों ने अपनी व्यथा सुनाते हुए चैंबर अध्यक्ष विजय आनंद मूनका को झारखंड सरकार के नोटिफिकेशन के विभिन्न बिन्दुओं से अवगत कराया एवं इस नोटिफिकेशन के प्रावधानों से पान मसाला उत्पादों के कारोबारियों को प्रशासन से राहत दिलाने के लिए इसे उचित फोरम पर उठाने का आग्रह किया.
कारोबारियों ने बताया कि राज्य सरकार के स्वास्थ्य, शिक्षा चिकित्सा एवं परिवार कल्याण विभाग ने नोटिफिकेशन जारी कर वैसे गुटखा एवं पान मसालों पर प्रतिबंध लगा दिया है जिनमें जर्दा एवं निकोटीन मिला हो. लेकिन कुछ थाना क्षेत्रों में पुलिस कर्मी सादा-पान मसाले के आवागमन में परेशानी खड़ी कर रहे हैं. प्रशासन/पुलिस को इस नोटिफिकेशन से भ्रांति हो रही है जिसके कारण वे थोक पान-मसाला कारोबारियों एवं छोटी पान दुकानों के सामने परेशानी खड़ी कर रहे हैं. कारोबारियों ने इसके कारण व्यापार पर बुरा असर पड़ने की चर्चा करते हुए कहा कि उनके द्वारा बेचे जा रहे मसाले प्रतिबंध के अंतर्गत नहीं आते. उन्होंने प्रतिबंध के कारण उनके प्रतिष्ठानों में कार्यरत लोगों के रोजगार पर असर पड़ने की बात बताते हुए अध्यक्ष से इसके लिए उचित कदम उठाने का आग्रह किया.
चैम्बर अध्यक्ष विजय आनंद मूनका ने कहा कि वे सरकार के नोटिफिकेशन के अनुपालन की बाध्यता की बात करते हुए स्पष्ट किया कि वे सरकारी नोटिफिकेशन के दायरे में नहीं आते और न ही उनके मसालों में कोई जर्दा या निकोटीन नहीं मिला है. अध्यक्ष ने पान-मसाला कारोबारियों के साथ बैठक में कहा कि अगर पान-मसाला कारोबारी इस नोटिफिकेशन के बिन्दुओं के अंतर्गत नहीं आते हैं तो वे प्रशासन के समक्ष इस मुद्दे को पान-मसाला कारोबारियों के साथ मिलकर उठायेंगे और उन्हें इससे अवगत करायेंगे. अध्यक्ष ने कहा कि अगर आवश्यकता होगी तो उच्च पदाधिकारियों तक इस मामले को उठायेंगे. कारोबारियों को भी इसके लिए एकजुट रहने की आवश्यकता है.
उक्त बैठक में चैम्बर उपाध्यक्ष अधिवक्ता राजीव अग्रवाल, सचिव भरत मकानी, पान मसाला कारोबारी विवेक भालोटिया, राहुल चौधरी, आशुतोष, नारायण साहू, मोहम्मद आलम, बापी, शहनवाज, प्रदीप, गोपाल राव, बारीश कुमार साहू, विकास शुक्ला, संदीप दीक्षित, मुकेश मित्तल जुगसलाई के अलावा काफी संख्या में पान मसाला कारोबारी उपस्थित थे.