नई दिल्ली । चमड़ा निर्यात परिषद (सीएलई) राजधानी नई दिल्ली में द्वारका के यशोभूमि कन्वेंशन सेंटर में 20-21 फरवरी को दिल्ली इंटरनेशनल लेदर एक्सपो (डीआईएलईएक्स) 2025 का आयोजन करने जा रहा है। डीआईएलईएक्स ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ पहलों के साथ मिलकर निर्यात और रोजगार को प्रोत्साहन देगा।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने गुरुवार को जारी एक बयान में बताया कि यशोभूमि कन्वेंशन सेंटर में होने वाला डीआईएलईएक्स 2025 प्रमुख बिजनेस-टू-बिजनेस (बी2बी) कार्यक्रम है। इसको निर्माताओं एवं निर्यातकों को अपने नवीनतम संग्रह, नवाचारों और क्षमताओं को अंतरराष्ट्रीय खरीदारों के समक्ष प्रदर्शित करने के लिए एक मजबूत मंच प्रदान करने के लिए डिजाइन किया गया है, जो व्यवहार्य सोर्सिंग विकल्पों की तलाश कर रहे हैं।
चमड़ा निर्यात परिषद के अध्यक्ष राजेंद्र कुमार जालान ने बताया कि केंद्रीय बजट में की गई घोषणाएं भारत के चर्म और फुटवियर क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण हैं, जो ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ पहलों के तहत तेजी से वैश्विक विनिर्माण और सोर्सिंग हब के रूप में विकसित हो रहा है। सीएलई ने 2030 तक 47 अरब अमेरिकी डॉलर बिजनेस का लक्ष्य तय किया है। इसमें से 13.7 अरब अमेरिकी डॉलर निर्यात क्षेत्र के लिए है।