- सबसे ज्यादा नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली में 63.83 प्रतिशत वोटिंग
- मुर्मू व धनखड़ सहित कई नेताओं ने किया मतदान
- कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने अपने पति रॉबर्ट वाड्रा के साथ डाला वोट
- मतदान लोकतंत्र के लिए ऑक्सीजन के समान : धनखड़
अयोध्या /दिल्ली। मिल्कीपुर उपचुनाव में रिकॉर्ड मतदान हुआ है । पांच बजे तक मिल्कीपुर में 65.25 प्रतिशत तो दिल्ली में दिल्ली में 57.85 प्रतिशत वोटिंग हुई। सबसे ज्यादा नार्थ-ईस्ट दिल्ली में 63.83प्रतिशत मतदान हुआ। मिल्कीपुर उपचुनाव के लिए बुधवार को हो रहा मतदान एक नया रिकॉर्ड बनाने की ओर आगे बढ़ रहा है। दोपहर 3:00 बजे तक 57 फीसदी से ज्यादा वोट पड़ चुके हैं। यदि इतने ही समय की तुलना वर्ष 2022 में हुए विधानसभा चुनाव से की जाए तो तब 51.84 फीसदी वोट ही पड़े थे। इस तरह इस बार मतदान प्रतिशत काफी बढ़ गया है। वोटरों में खासा उल्लास है। युवा से लेकर महिलाएं और बुजुर्ग मतदाता सभी वोट डालने के लिए बूथों पर पहुंचें।इसी का परिणाम रहा कि शाम पांच बजे तक 5 बजे तक 65.25 फीसदी वोटिंग हुई और मतदान समाप्त होने तक कुल 68 फीसदी मतदान हुआ। दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों के लिए बुधवार को सुबह 7 बजे से जारी मतदान शाम 6 बजे समाप्त हो गया।
हालांकि कुछ मतदान केन्द्रों में कतार के कारण मतदान अभी जारी है। दिल्ली में शाम 5 बजे तक औसतन 57.70 प्रतिशत मतदान हुआ है। लोकसभा चुनावों के दौरान दिल्ली में 58.78 प्रतिशत मतदान हुआ था। चुनाव आयोग के अनुसार शाम 5 बजे तक दिल्ली के विभिन्न जिलों में मतदान का प्रतिशत अलग-अलग रहा है। केन्द्रीय दिल्ली में 55.24, पूर्वी दिल्ली 58.98, नई दिल्ली 54.37, उत्तरी दिल्ली 57.24, उत्तर पूर्वी दिल्ली 63.83, उत्तर पश्चिमी दिल्ली 58.05, शाहदरा 61.35, दक्षिणी दिल्ली 55.72, दक्षिण पूर्वी 53.77, दक्षिण पश्चिमी 58.86, पश्चिमी दिल्ली 57.42 प्रतिशत मतदान हुआ है।
मुस्तफाबाद सीट के लिए अपराह्न पांच बजे तक सबसे अधिक मतदान 66.68 प्रतिशत हुआ। इसके बाद सीलमपुर में 66.41 प्रतिशत मतदान हुआ है। सबसे कम मतदान करोल बाग 47.40 मॉडल टाउन में 51.29, कालकाजी में 51.81 और चांदनी चौक 52.76 प्रतिशत हुआ। कई सीटों पर मतदान 60 प्रतिशत से ज्यादा पहुंच गया है। इसमें मटिया महल, त्रिलोकपुरी, नरेला, रोहणी, बादली, गोकुलपुर, करावलनगर, किरारी, मंगोलपुरी, बाबरपुर, रोहतासनगर, सीमापुरी, शादरा, छत्तरपुर, और नजफगढ़ सीट शामिल है। राष्ट्रीय राजधानी में निवास करने वाले महत्वपूर्ण हस्तियों ने भी मतदान किया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने राष्ट्रपति एस्टेट में स्थित डॉ राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय विद्यालय में बने केन्द्र पर मतदान किया। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने नॉर्थ एवेन्यू, पोलिंग बूथ पर लाइन में लगकर मतदान किया। मतदान के बाद उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि मतदान लोकतंत्र के लिए आॅक्सीजन के समान है। यह हमारे लोकतंत्र का स्तंभ भी है। यह सभी अधिकारों की जननी है और इससे बड़ा अधिकार कोई नहीं है। हर व्यक्ति को अपनी समझ, स्वतंत्रता और राष्ट्रीय हितों का ध्यान में रखते हुए मतदान अवश्य करना चाहिए।
मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना ने भी निर्माण भवन में बने केंद्र पर मतदान किया। मणिपुर के राज्यपाल और पूर्व गृह सचिव अजय कुमार भल्ला ने अपनी पत्नी के साथ निर्माण भवन में स्थित मतदान केंद्र पर मतदान किया। कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने अपने पति रॉबर्ट वाड्रा और बेटे के साथ अटल आदर्श विद्यालय, लोदी स्टेट में मतदान किया। मतदान केंद्र से निकलने के बाद प्रियंका गांधी ने कहा कि लोगों को घर से बाहर निकल कर अधिक से अधिक संख्या में मतदान करना चाहिए। यह उनका सबसे बड़ा अधिकार है। दिल्ली के लोगों में बहुत उत्साह है। वे पानी, प्रदूषण और सड़क के मुद्दे पर बात रख रहे हैं। अगर वह इसका समाधान चाहते हैं तो मतदान करें। दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपनी पत्नी सुनीता केजरीवाल, माता-पिता और बच्चों के साथ लेडी इरविन सीनियर सेकेंडरी स्कूल में मतदान किया।
विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर ने एनडीएमसी के साइंस और ह्यूमैनिटी, तुगलक क्रिसेंट में मतदान किया। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी की नेता बृंदा करात व प्रकाश करात ने मतदान किया। पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा ने भी अपनी पत्नी के साथ मतदान किया। सांसद संजय सिंह ने भाई वीर सिंह मार्ग पर स्थित सेंट कोलंबस स्कूल में मतदान किया। दिल्ली के वरिष्ठ भाजपा नेता हर्षवर्धन ने कहा कि लोगों में एक उत्साह है। लोकतंत्र के इस उत्सव के लिए उन्होंने अपने परिवार के साथ वोट डाला है। इसी बीच कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने दावा किया कि हम दिल्ली में सरकार बनाने जा रहे हैं।
मिल्कीपुर विधानसभा उप चुनाव में सभी 414 मतदेय स्थलों 65.35 प्रतिशत के लगभग मतदान हुआ। मतदान केंद्रों पर मतदान की प्रक्रिया समाप्त होने के साथ मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव की तस्वीर लगभग साफ होती दिखाई पड़ रही है। यहां पर विरासत बचाने के लिए उतरे सांसद अवधेश प्रसाद के बेटे व समाजवादी पार्टी से प्रत्याशी बनाए गए अजीत प्रसाद का चुनाव फंसता दिखाई दे रहा है। उनके ऊपर अयोध्या की अस्मिता बनाम पीडीए की लड़ाई में अयोध्या की अस्मिता हावी होती दिखाई पड़ रही ह।, जबकि भाजपा से चन्द्र भानु पासवान मजबूती से डटे हुए हैं। मतदान प्रक्रिया के दौरान मतदाताओं से की गई बातचीत में यह सामने आया कि यह चुनाव अयोध्या की अस्मिता और मयार्दा के सामने विरासत बौनी साबित हो रही है।