लखनऊ। केजीएमयू के डाक्टरों ने जटिल सर्जरी कर मरीज की आंख में फंसे मछली का कांटा निकालकर अंधे पन से बचाया। डेढ़ घंटे चले आपरेशन के बाद 100 प्रतिशत रोशनी बचाने में कामयाब,हालांकि कुछ जांचे करने के बाद कल मरीज को मिलेगी छुट्टी।
रायबरेली निवासी बीस वर्षीय मरीज नवीद की बायीं आंख में सात दिसंबर 2024 की दोपहर को मछली का कांटा लगने से चोट लग गई। जानकारी कु मुताबिक मछली का कांटा छत से लटका हुआ था और गलती से उसकी बायीं आंख में फंस गया। मरीज ने रायबरेली में एक स्थानीय डॉक्टर से परामर्श किया, जहां से उसे प्रबंधन के लिए एक उच्च केंद्र में रेफर कर दिया गया।
मरीज ने केजीएमयू ट्रॉमा में रिपोर्ट की, जहां उसका इलाज किया गया और प्रबंधन के लिए उसे नेत्र विभाग में भेज दिया गया। आंख की जांच और सीटी स्कैन द्वारा चोट की सीमा का मूल्यांकन किया गया, जहां यह आंख की पुतली की दीवार में चोट के निशान के रूप में देखा गया। ऑकुलोप्लास्टी विशेषज्ञ डॉ गौतम लोकदर्शी से परामर्श किया गया और डॉ गौतम लोकदर्शी के मार्गदर्शन में डॉ विशाल कटियार, डॉ स्वेता और डॉ आन्वी द्वारा मरीज का सफल ऑपरेशन किया गया। मछली का कांटा सफलतापूर्वक निकाला गया और आंख की रोशनी बच गई। हालांकि डाक्टरों के मुताबिक,उसे दो दिन बाद छुट्टी दे दी जाययेगी।
ऑकुलोप्लास्टी क्या है
आंख और उसके आस-पास की संरचनाओं से जुड़ी सर्जरी को कहते हैं। इसे ऑप्थेल्मिक प्लास्टिक सर्जरी भी कहा जाता है। यह सर्जरी नेत्र रोग विशेषज्ञ (ऑप्थल्मोलॉजिस्ट) करते हैं। ऑकुलोप्लास्टी की मदद से आंखों की उपस्थिति में सुधार किया जाता है और आंखों के कामकाज में भी सुधार होता है। ऑकुलोप्लास्टी की मदद से ये समस्याएं दूर की जा सकती हैं: आंसू निकासी में समस्या, पलक की जटिलताएं, पलक के अंदर कैंसर, आंखों की ऑर्बिटल समस्या, भौहें या उसके आस-पास की जटिलताएं।