नयी दिल्ली, 03 दिसंबर। कांग्रेस ने मोदी सरकार पर अर्थव्यवस्था को बर्बाद करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि देश में विकास की गति रुक गई है, नौकरियां घट गई है, रुपया लगातार कमजोर हो रहा है और सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) दो साल में सबसे निचली स्तर पर पहुंच गई है।
कांग्रेस सोशल मीडिया विभाग की प्रमुख सुप्रिया श्रीनेत ने मंगलवार को यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाताओं से कहा कि देश में निवेश घट गया है, महंगाई आसमान छू रही है, सब्जी तथा जरूरी वस्तुओं के दाम आम आदमी की पहुंच से बाहर हो गए हैं और जीडीपी की दर दो साल में सबसे निचले 5.4 प्रतिशत के स्तर पर आ चुकी है।उन्होंने कहा “रुपया लुढ़कता जा रहा है, महंगाई लगातार बढ़ रही है, उपभोग और निवेश घट रहा है, गोल्ड लोन पिछले सात महीने में 50 प्रतिशत बढ़ गया है, जीडीपी गिरकर 21 महीने के सबसे निचले स्तर 5.4 प्रतिशत पर आ चुकी है।
जीडीपी गिरने का मतलब निवेश कम होना है, उपभोग कम हो रहा है, नौकरियां का सृजन नहीं हो रहा है। जब जीडीपी की दर गिरती है तो सरकार को चिंता करनी चाहिए। ये बहुत गंभीर विषय है, जिसे सरकार हल्के में ले रही है।”कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, “अक्टूबर में रिज़र्व बैंक ने दूसरी तिमाही की अनुमानित जीडीपी दर सात प्रतिशत बताई थी, वहीं वित्त मंत्रालय ने इसका अनुमान 6.5 प्रतिशत लगाया था जो गिरकर 5.4 प्रतिशत हो गया। उपभोग हिंदुस्तान की जीडीपी का 60 प्रतिशत, यानि दो-तिहाई हिस्सा है, जो गिरकर 5.9 प्रतिशत पर आ गया है।
उपभोग का सीधा सा मतलब है लोग कम खरीद रहे हैं, मतलब कम डिमांड है, मतलब लोगों के पास कम पैसा है। लोग जितना कम खरीदेंगे, उतना कम निवेश होगा और उतनी कम नौकरियां बनेंगी। ये कुचक्र चलता रहेगा।”उन्होंने कहा, “विनिर्माण गिरकर 2.2 प्रतिशत की दर पर है जिसका मतलब है कि उत्पादन और आयात कम हो रहा है। आयात 2.9 प्रतिशत पर आ गया है और निर्यात 2.8 प्रतिशत की दर से आगे बढ़ रहा है। इसी तरह से कम निवेश हो रहा है जिसका सीधा असर रोजगार पर पड़ रहा है। पिछले साल आईटी सेक्टर की 1,30,000 नौकरियां खत्म हो गईं।”