गाजियाबाद के प्रमुख समाजसेवी और भारतीय रेडक्रॉस सोसाइटी के सभापति सुभाष गुप्ता ने अपनी समाजसेवा और परोपकार की भावना से समाज के हर वर्ग के दिलों में विशेष स्थान बना लिया है। उनकी निस्वार्थ सेवा का प्रभाव अब न केवल गाजियाबाद बल्कि दूर-दराज के क्षेत्रों में भी देखने को मिल रहा है।
समाज के कल्याण की दिशा में सतत प्रयास
सुभाष गुप्ता समाज के हर तबके की भलाई के लिए समर्पित हैं। वे मानते हैं कि “अच्छे कार्यों में सहभागी बनने से ईश्वर हमें और बेहतर कार्य करने के अवसर प्रदान करता है।” इसी विचारधारा के साथ वे जरूरतमंदों की सेवा में दिन-रात जुटे हुए हैं। उनका मानना है कि जब हमारी नीयत और नीति मजबूत होगी, तभी हम समाज की प्रगति में योगदान दे सकेंगे।
हर ओर हो रही सराहना
स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार से लेकर गरीबों की सहायता, शिक्षा और स्वच्छता अभियान तक—सुभाष गुप्ता हर क्षेत्र में सराहनीय योगदान दे रहे हैं। उनके नेतृत्व में गाजियाबाद में समाजसेवा की एक नई ऊंचाई स्थापित हो चुकी है। उनकी पहलें स्थानीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक प्रेरणा का स्रोत बन रही हैं।
“सेवा से बड़ा कोई धर्म नहीं” – सुभाष गुप्ता
सुभाष गुप्ता का मानना है कि “सेवा ही सच्चा धर्म है”, और इसी सोच के साथ वे हर जरूरतमंद तक मदद पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उनके कार्यों की हर ओर सराहना हो रही है, और वे भविष्य में भी इसी समर्पण भाव से समाज की सेवा में जुटे रहने का संकल्प लेते हैं।