उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में सड़क हादसे के बाद बवाल हो गया. हादसे में एक युवक की जान चली गई, जिसके बाद गुस्साई भीड़ ने हाईवे का निर्माण कर रही कंपनी के वाहनों में तोड़फोड़ कर दी. जिस डंपर से हादसा हुआ उसे आग के हवाले कर दिया. इसके बाद भीड़ धरने पर बैठ गई. देर रात तक हंगामा होता रहा. एसपी सिटी ने मौके पर पहुंचकर लोगों को शांत किया. गाजीपुर के सादात बाजार होते हुए हाईवे-124 डी का निर्माण कार्य चल रहा है. उसी के निर्माण कार्य में डंपर सहित कई वाहन लगे हुए हैं. कंपनी के एक डंपर की चपेट में आने से कनेरी गांव के रहने वाले चाचा और भतीजे घायल हो गए, जिसमें उपचार के दौरान भतीजे अभय सिंह की मौत हो गई. घटना की खबर मिलने पर परिजन और ग्रामीण नाराज हो गए. उन्होंने घटनास्थल पर पहुंचकर हंगामा कर डाला.
डंपर ने मारी बाइक में टक्कर
जानकारी के अनुसार, कनेरी गांव के रहने वाले प्रचंड सिंह और अभय सिंह रिश्ते में चाचा-भतीजे थे. वह बाइक से कनेरी बाजार की चट्टी पर जा रहे थे. इसी बीच सादात की तरफ से सैदपुर की ओर जा रही अनियंत्रित डंपर ने उनकी बाइक को पीछे से टक्कर मार दी. हादसे में दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए. उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सैदपुर लाया गया, जहां डॉक्टरों ने भतीजे अभय सिंह को मृत घोषित कर दिया. वहीं, प्रचंड सिंह का इलाज चल रहा है. घटना की खबर मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया. घटनास्थल पर ग्रामीणों की भीड़ इकट्ठा हो गई. गुस्साई भीड़ ने टक्कर मारने वाले डंपर को आग के हवाले कर दिया. भीड़ यही नहीं रुकी, उसने निर्माणधीन संस्था के 20-25 वाहनों में भी तोड़फोड़ कर दी.
धरने पर बैठ गए ग्रामीण
घटना की जानकारी मिलते ही सादात के साथ ही शादियाबाद, सैदपुर और अन्य थानों की पुलिस मौके पर पहुंच गई. इस दौरान गुस्साए ग्रामीण घटनास्थल पर जिला अधिकारी और पुलिस अधीक्षक को बुलाने की मांग करते हुए धरने पर बैठ गए.. ग्रामीणों का धरना रात करीब 9 तक चलता रहा. मौके पर एसपी सिटी ज्ञानेंद्रनाथ प्रसाद पहुंचे, जिसके बाद मामला शांत हुआ. इधर, क्षेत्राधिकार सैदपुर अनिल सिंह ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सैदपुर पहुंचकर शव को अपने कब्जे में लिया और उसे पोस्टमार्टम के लिए भेजा.