लड़कियों के पैर के शुभ-अशुभ लक्षण
भगवान ब्रह्म ने ऋषियों और सुमन्तु मुनि ने राजा शतानीक को स्त्रियों के शुभ व अशुभ लक्षण बताए थे. उनके अनुसार जिस स्त्री के चरण लाल, कोमल और जमीन पर समतल पड़ते हैं, पैर की उंगलियां आपस में मिली हुई, सीधी, गोल, चिकनी व छोटे नाखूनों वाली हो तो वह सुख व ऐश्वर्य प्रदान करने वाली होती है. छोटी उंगलियां आयु को बढ़ाती है लेकिन छोटी व विरल उंगलियां धन का नाश करने वाली होती है. जिस स्त्री के हाथ की रेखाएं गहरी, चिकनी व लाल रंग की होती है वह सुख भोगने और टेढ़ी व टूटी हुई रेखा दरिद्रता की निशानी है
युवतियों के गर्दन के शुभ लक्षण
भविष्य पुराण के अनुसार जिस स्त्री के गर्दन में चार अंगुल नाप की साफ तीन रेखाएं हो तो वह गहनों से सजी रहती है. कमजोर गर्दन वाली स्त्री के गरीब, लंबी गर्दन वाली के बांझ तथा बहुत छोटी गर्दन वाली स्त्री के मृत संतान की आशंका होती है. जिसके दोनों कंधे और गर्दन का उठा हुआ पिछला भाग नीचा हो वह लंबी आयु वाली होती है. जिस स्त्री के भौंहे ऊंची, कोमल, सूक्ष्म, आपस में मिली हुई व धनुष के समान है, वह भी सुख व सौभाग्य देने वाली होती है.
स्त्रियों के हाथ के सबसे शुभ लक्षण
जिस स्त्री की हाथ की उंगलियां गोल, लंबी, पतली व मिलाने पर छेद रहित, कोमल तथा लाल रंग की हो वह सुख व भोग पाने वाली होती है.जिसके नाखून लाल, कोमल, ऊंचे और चिकने हो वह ऐश्वर्य प्राप्त करती है. रूखे, टूटे, टेढ़े, सफेद व अन्य रंगों के नाखून दुर्भाग्य व दरिद्रता का संकेत है. जिस स्त्री के हाथ फटे हुए, रूखे, ऊंचे- नीचे और छोटे- बड़े हो वह कष्ट भोगती है. मणिबंध पर साफ तीन रेखाएं दिखना तथा उंगलियों के पर्वों में समान रेखा अच्छी आयु व ऐश्वर्य का प्रतीक है.