साल 2000 में, नैरोबी में खेले गए Champions Trophy के फाइनल में भारतीय क्रिकेट टीम ने न्यूज़ीलैंड का सामना किया था। इस मुकाबले में भारत ने 264 रनों का प्रतिस्पर्धात्मक स्कोर खड़ा किया था, लेकिन न्यूज़ीलैंड ने क्रिस केर्न्स के नाबाद 102 रनों की बदौलत यह लक्ष्य हासिल कर लिया था। आइए जानते हैं उस ऐतिहासिक मैच में खेलने वाले भारतीय खिलाड़ियों की वर्तमान स्थिति।
सौरव गांगुली
उस समय टीम के कप्तान और ओपनर सौरव गांगुली ने फाइनल में शानदार 117 रनों की पारी खेली थी। गांगुली ने अपने करियर के बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया और वर्तमान में क्रिकेट कमेंटेटर और विश्लेषक के रूप में सक्रिय हैं।
सचिन तेंदुलकर
गांगुली के साथ ओपनिंग करने वाले सचिन तेंदुलकर ने उस मैच में 69 रन बनाए थे। क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद, सचिन सामाजिक कार्यों में जुटे हैं और युवा खिलाड़ियों के मार्गदर्शक के रूप में कार्यरत हैं।
राहुल द्रविड़
‘द वॉल’ के नाम से मशहूर राहुल द्रविड़ ने उस फाइनल में 15 रन बनाए थे। आज, द्रविड़ भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच हैं, जो टीम को नई ऊंचाइयों पर ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
युवराज सिंह
युवराज सिंह ने उस मैच में 18 रन बनाए थे। कैंसर से जंग जीतने के बाद, युवराज ने क्रिकेट से संन्यास लिया और अब वे सामाजिक कार्यों और युवा खिलाड़ियों के मेंटरशिप में सक्रिय हैं।
विनोद कांबली
विनोद कांबली ने फाइनल में 12 रन बनाए थे। क्रिकेट से दूर होने के बाद, कांबली ने कोचिंग और क्रिकेट कमेंट्री में हाथ आजमाया।
हेमांग बदानी
हेमांग बदानी ने उस मैच में 8 रन बनाए थे। संन्यास के बाद, बदानी ने कमेंट्री और कोचिंग में कदम रखा और वर्तमान में विभिन्न क्रिकेट लीग्स में मेंटर के रूप में कार्यरत हैं।
विजय दहिया
विकेटकीपर विजय दहिया ने फाइनल में 4 रन बनाए थे। खेल से संन्यास के बाद, दहिया ने कोचिंग में कदम रखा और दिल्ली की रणजी टीम के कोच भी रहे।
अजय जडेजा
अजय जडेजा ने उस मैच में 1 विकेट लिया था। क्रिकेट से संन्यास के बाद, जडेजा ने कमेंट्री और विश्लेषण में अपनी पहचान बनाई और वे विभिन्न टेलीविजन चैनलों पर क्रिकेट विशेषज्ञ के रूप में नजर आते हैं।
अनिल कुंबले
लेग स्पिनर अनिल कुंबले ने फाइनल में 1 विकेट लिया था। कुंबले ने भारतीय टीम के कोच और आईसीसी क्रिकेट कमेटी के अध्यक्ष के रूप में भी सेवा दी है। वर्तमान में वे आईपीएल में मेंटर और कोच की भूमिकाओं में सक्रिय हैं।
जहीर खान
तेज गेंदबाज जहीर खान ने उस मैच में 1 विकेट लिया था। संन्यास के बाद, जहीर ने कमेंट्री और कोचिंग में कदम रखा और वे आईपीएल में मुंबई इंडियंस के गेंदबाजी कोच के रूप में कार्यरत हैं।
वी.पी. सिंह
वी.पी. सिंह ने फाइनल में 1 विकेट लिया था। क्रिकेट से संन्यास के बाद, उनकी सार्वजनिक उपस्थिति कम रही है, और वे निजी जीवन में व्यस्त हैं।
डिस्क्लेमर: यह लेख विभिन्न स्रोतों से प्राप्त जानकारी के आधार पर लिखा गया है। खिलाड़ियों की वर्तमान स्थिति समय के साथ बदल सकती है। पाठकों को सलाह दी जाती है कि वे ताज़ा अपडेट्स के लिए आधिकारिक स्रोतों की जाँच करें।