योगी सरकार प्रदेश के विकास के लिए एक के बाद एक फैसले करते जा रही है ताकि उत्तर प्रदेश को नंबर एक राज्य बनाया जाए . इसी कड़ी में योगी सरकार के एक मंत्री ने योगी जी से मांग की है की गंगा एक्सप्रेसवे को हरिद्वार से मुजफरनगर तक जोड़ा जाए . योगी सरकार ने भी उनकी बात मान कर जमीन पर सर्वे करने को मंजूरी दे दी है .आपको बता दे की इससे पहले गंगा एक्सप्रेसवे प्रयागराज से लेकर मेरठ तक बनाया जाना था लेकिन अब योगी सरकार की मंजूरी के बाद इसमें हरिद्वार से मुजफरनगर तक जोड़ दिया जायेंगा .
योगी जी ने दे दी सर्वे को मंजूरी
आपको बता दे की योगी जी प्रयागराज स्नान करने गए हुए थे और वही गंगा के तट पर इन फैसलों को मंजूरी दी गयी क्योकि वहा कैबिनेट की बैठक हुई थी . योगी सरकार चाहती है की उत्तर प्रदेश में हाईवे का जाल बिछा दिया जाए ताकि अच्छी कनेक्टिविटी हो जाये, साथ ही विन्ध्य एक्सप्रेसवे के ऊपर भी काम करने को मंजूरी मिल गयी है . योगी जी ने कहा की प्रदेश में विकास को रफ़्तार देने के लिए एक्सप्रेसवे का जाल बिछा देना बहुत लाभदायक है इसलिए ही गंगा एक्सप्रेसवे के सर्वे को मंजूरी दी गयी है .
उतराखंड के सी एम धामी ने भी दी मंजूरी
पहले हरिद्वार उत्तर प्रदेश में था लेकिन अलग राज्य उतराखंड बनने के बाद हरिद्वार उतराखंड में चला गया इसलिए योगी ने इस गंगा एक्सप्रेसवे के बारे सी एम धामी से बात की . उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने भी इस फैसले का स्वागत किया और गंगा एक्सप्रेसवे के सर्वे को भी मंजूरी दे दी है , योगी सरकार के मंत्री कपिल अग्रवाल ने बताया की इस प्रोजेक्ट के बन जाने के बाद उतराखंड और उत्तर प्रदेश के साथ दिल्ली के लोगो को भी बहुत ज्यादा फायदा होंगा . क्योकि एक तो यात्रा का समय बहुत कम लगेगा साथ ही पेट्रोल और डीजल की भी बचत होगी .
इसके साथ ही एक नया एक्सप्रेसवे बनाया जायेंगा जिससे कई जिलो को फायदा होंगा , इस नए एक्सप्रेसवे की लम्बाई 320 किलोमीटर के करीब होगी और वाराणसी , प्रयागराज के लोगो को फायदा होंगा .