संभल। जनपद में हिंसा के आरोपितों से सपा नेताओं को मुलाकात के मामले में शासन ने शुक्रवार को मुरादाबाद जेल अधीक्षक पीपी सिंह को निलंबित कर दिया है।
जामा मस्जिद और हरिहर मंदिर को लेकर कोर्ट के आदेश पर बीते नवम्बर माह में टीम सर्वेक्षण करते गई थी। इस दौरान हिंसा भड़क गई, जिसमें पांच लोगों की जान चली गई थी। इस घटना पर योगी सरकार ने दोषियों के खिलाफ सख्त रवैया अपनाया तो विपक्ष सरकार को घेरने में जुटी रही। इस दौरान कई राजनैतिक नेता संभल जाकर पीड़ितो से मिलने की मांग कर रहे थे। वहीं, समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधि मंडल जेल में आरोपितों से मिलने पहुंचा था।
शासन ने इस मामले को गंभीरता से ले लिए। डीजी जेल के निर्देश पर डीआईजी जेल कुंतल किशोर ने जेल पहुंचकर पूरे प्रकरण की जांच की। इसमें पाया गया कि मुलाकात कराने में जेल नियमों का पालन नहीं किया गया है। जांच में वरिष्ठ जेल अधीक्षक पीपी सिंह, जेलर विक्रम सिंह यादव और डिप्टी जेलर प्रवीण सिंह की लापरवाही सामने आई। इस पर जेलर और डिप्टी जेलर को निलंबित कर दिया गया था। वहीं, जेल अधीक्षक पीपी सिंह के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के लिए शासन को रिपोर्ट भेजा गया था अब उन्हें भी निलंबित कर दिया है।