धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय की स्पर्श एपेक्स समिति, महिला अध्ययन एवं विकास केंद्र और सुनील उपाध्याय एजुकेशनल ट्रस्ट के सहयोग से बुधवार को महिला सशक्तिकरण पर एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन कुलपति प्रो. सत प्रकाश बंसल ने किया। संगोष्ठी का उद्देश्य महिला सशक्तिकरण, आत्मनिर्भरता और स्वास्थ्य जागरूकता को बढ़ावा देना था।
इस संगोष्ठी में एसएसपी कांगड़ा शालिनी अग्निहोत्री मुख्य अतिथि रहीं, जबकि तेंजिन पेमा (एमएमए फाइटर और ट्रेनर), ज्योति शर्मा (क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट, जोनल अस्पताल, धर्मशाला) और डॉ. नेहा राणा (स्त्री रोग विशेषज्ञ, जोनल अस्पताल, धर्मशाला) अतिथि वक्ता रहीं।
वहीं बतौर मुख्यातिथि एसएसपी कांगड़ा शालिनी अग्निहोत्री ने सेल्फ हेल्प ग्रुप और आंगनवाड़ी सदस्यों के साथ बातचीत कर उनके प्रयासों की सराहना की। उन्होंने घर से ही नारी को सशक्त बनाने की पैरवी की। उन्होंने कहा कि जब हम परिवार में बेटा-बेटी को समान समझेंगे तभी इस यह सशक्तिकरण साथर्क हो पाएगा।
कुलपति प्रो. बंसल ने हिमाचल प्रदेश पुलिस के सहयोग से सभी परिसरों में एक आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करने की घोषणा की।
उन्होंने कहा कि केंद्रीय विश्वविद्यालय ने पिछली बार यह निर्णय भी लिया था कि हम सेल्फ हेल्प ग्रुप की सहायता करेंगे और हमने केंद्रीय विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को एक प्रोजेक्ट के रूप में सेल्फ हेल्प ग्रुप महिलाएं जो हैं, उनके प्रोडक्ट्स को मार्केट तक पहुंचाने के लिए न केवल राज्य में बल्कि राज्य के बाहर हमारे विद्यार्थी उनकी सहायता करेंगे। यह एक अच्छी पहल है। उन्होंने कहा कि 15 दिन का ट्रेनिंग प्रोग्राम हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय और हिमाचल प्रदेश पुलिस के साथ मिल कर करवाएंगे। वहीं अतिथि वक्ताओं ने मानसिक स्वास्थ्य, महिलाओं के कल्याण और आत्मनिर्भरता पर इंटरैक्टिव सत्र आयोजित किए।