पूर्णिया। श्रीराम जानकी महावीर मंदिर समिति आर० एन० साह चौक पूर्णिया की बैठक रविवार को मंदिर प्रांगण में समिति अध्यक्ष आदित्य केजरीवाल की अध्यक्षता एवं सचिव आदित्य कर्ण के संचालन में आयोजित किया गया। मंदिर समिति ने एकमत होकर माना कि 9 नवम्बर को मंदिर की दान पेटी चोरी की प्राथमिकी सहायक खजांची थाना में दर्ज होने एवं चोरी की घटना सी सी टी वी फुटेज में कैद होने के बाद भी पुलिस का अनुसंधान लापरवाही पुर्ण बना हुआ है। एक सप्ताह बीत जाने के बाबजूद पुलिस गायब दान-पेटी को ना बरामद कर पाई ना चोरों को गिरफ्तार कर पाई। इस चोरी की घटना में मंदिर प्रांगण में अवैध तरह से रह रहे तथाकथित पुजारी एवं उनके यहां आना जाना कर रहे आपराधिक पृष्ठभूमि के लोगों का हाथ है। मंदिर प्रांगण को असामाजिक तत्वों, नशेड़ियों तथा स्मैकरों का अड्डा तथाकथित पुजारी एवं उनके परिवार के महिला सदस्यों ने बना रखा है। रविवार के सुबह जब मंदिर कमिटी के करीब पन्द्रह बीस सदस्यों द्वारा मंदिर में लगे दुसरे दान-पेटी को खोलकर दान राशि निकाला जा रहा था,उस समय तथाकथित पुजारी एवं उनके परिवार के तीन चार महिला सदस्यों ने कमिटी सदस्यों के साथ अमर्यादित व्यवहार किया। मंदिर प्रांगण में अवैध रूप से रह रहे महिलाओं का आचरण संदिग्ध है। यहां के स्थानीय लोगों ने कमिटी से अनुरोध किया कि मंदिर प्रांगण में रह रहे महिलाओं को हटाया जाए। यहां इन लोगों द्वारा असामाजिक तत्वों एवं आपराधिक पृष्ठभूमि के लोगों का अड्डा बना दिया गया है।
शहर के बीचोंबीच यह प्रसिद्ध मंदिर है उसके बाबजूद पुलिस पदाधिकारी किसी तरह की सुरक्षात्मक उपाय एवं निरोधात्मक कार्रवाई नहीं करती है। इसलिए आज बैठक में निर्णय हुआ कि एक शिष्टमंडल पुलिस अधीक्षक महोदय से मिलकर वस्तुस्थिति से अवगत कराते हुए आवश्यक कानूनी कार्रवाई कराने का अनुरोध करे। चोरी हुए दान पेटी को बरामद करने, चोर को गिरफ्तार करने, असामाजिक तत्वों, नशेड़ियों का अड्डा खत्म करने एवं अवैध गतिविधियों में लिप्त महिलाओं को मंदिर प्रांगण से बाहर करने की मांग पुलिस अधीक्षक महोदय से किया जाएगा।शहर के ह्रदय स्थली में अवस्थित यह अति प्राचीन प्रसिद्ध मंदिर आस्था और विश्वास का प्रमुख केन्द्र है। सैकड़ों श्रद्धालु प्रतिदिन पूजा पाठ और विभिन्न संस्कार करने आते हैं। आने वाले समय में यह मंदिर पटना के महावीर मंदिर के स्वरूप को प्राप्त करेगा ।यह मंदिर आस्था और विश्वास के साथ साथ सेवा और संस्कार का केंद्र होगा। मंदिर कमेटी सारी योजना को मूर्त रूप देने के लिए कटिबद्ध है।