काठमांडू। भारत के चाय पत्ती आयात करने के नए प्रावधानों ने नेपाली निर्यातकों की मुश्किलें बढ़ा दी है। नेपाली चायपत्ती उत्पादक संघ ने प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली को अपनी चिंता से अवगत कराया है। ओली ने संघ को आश्वासन दिया है कि नेपाल सरकार इसके लिए भारत सरकार से बात करेगी ।भारत ने हाल ही में नए प्रावधान लागू करते हुए नीलामी प्रक्रिया से ही विदेश से चाय पत्ती का आयात करने का फैसला किया है। नेपाल चायपत्ती उत्पादक संघ के अध्यक्ष आदित्य पराजुली का कहना है कि इससे उनकी परेशानी बढ़ गई है। भारतीय बाजार में जाने वाली चाय पत्ती की मात्रा घट गई है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन सौंपा गया है। पराजुली ने बताया कि प्रधानमंत्री ने समस्या के समाधान के लिए कूटनीतिक प्रयास करने का आश्वासन दिया है। नेपाल जल्द ही भारतीय दूतावास के माध्यम से अपनी पक्ष भारत सरकार के सामने रखेगा। नेपाल से करीब 600 करोड़ रुपये की चाय पत्ती का सालाना निर्यात किया जाता है। नेपाल से हर वर्ष एक करोड़ 20 लाख किलोग्राम सीटीसी चाय पत्ती और 50 लाख किलोग्राम आर्थोडॉक्स चाय पत्ती का निर्यात भारत को किया जाता है। नेपाल में उत्पादित कुल चाय पत्ती का 80 प्रतिशत हिस्सा सिर्फ भारत में निर्यात होता है। अब तक नेपाली चाय पत्ती पर 40 प्रतिशत कस्टम ड्यूटी के साथ निर्यात की अनुमति थी। नेपाल और भारत के बीच सन 2009 में हुए मुक्त व्यापार संधि के तहत यह कस्टम ड्यूटी तय हुई थी।