नई दिल्ली। पीएम मोदी और मार्क कार्नी की मुलाकात के दौरान भारत और कनाडा ने नए उच्चायुक्तों को नियुक्त करने पर सहमति जताई है। दोनों देश फिर से सामान्य राजनयिक सेवाएं शुरू करने के लिए नए उच्चायुक्त नियुक्त करेंगे। इससे दोनों देशों के नागरिकों और व्यापारियों को फायदा होगा। कनाडा के प्रधानमंत्री के कार्यालय द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि कार्नी और मोदी ने आपसी सम्मान, कानून के शासन और संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के सिद्धांत के प्रति प्रतिबद्धता के आधार पर कनाडा-भारत संबंधों के महत्व की पुष्टि की। दोनों नेताओं ने नागरिकों और व्यवसायों को नियमित सेवाएं बहाल करने के उद्देश्य से नए उच्चायुक्तों को नामित करने पर सहमति व्यक्त की है।
वहीं, विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने भी प्रधानमंत्री मोदी और कनाडाई प्रधानमंत्री कार्नी की मुलाकात के बारे में जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के प्रमुख इस महत्वपूर्ण रिश्ते में स्थिरता बहाल करने के लिए संतुलित कदम उठाने पर सहमत हुए। इनमें से पहला कदम जो तय हुआ वह था एक दूसरे की राजधानियों में जल्द से जल्द उच्चायुक्तों की बहाली। उन्होंने बताया कि अन्य कूटनीतिक कदम भी समय के साथ उठाए जाएंगे।
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने प्रधानमंत्री मोदी और कनाडाई प्रधानमंत्री कार्नी की बैठक पर कहा कि दोनों प्रधानमंत्रियों ने व्यापार, लोगों के बीच संपर्क और कनेक्टिविटी से संबंधित कई क्षेत्रों में वरिष्ठ और कार्यकारी स्तर के तंत्र और चर्चाओं को फिर से शुरू करने पर भी सहमति व्यक्त की। उन सभी का उद्देश्य संबंधों को और अधिक गति प्रदान करना था। दोनों नेताओं ने स्वच्छ ऊर्जा, स्वच्छ प्रौद्योगिकी, डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर, AI, खाद्य सुरक्षा, महत्वपूर्ण खनिजों और आपूर्ति श्रृंखलाओं से संबंधित कई मुद्दों पर संभावित सहयोग पर भी चर्चा की।