लखनऊ। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति ने बिजली के निजीकरण के पीछे भारी भ्रष्टाचार की आशंका जताते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपील की है कि वे प्रभावी हस्तक्षेप कर निजीकरण की प्रक्रिया निरस्त कराने की कृपा करें। समिति के आह्वान पर सोमवार को हजारों बिजली कर्मचारियों ने शक्ति भवन, मुख्यालय का घेराव कर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया।
बिजली कर्मियों के विरोध प्रदर्शन के चलते निजीकरण के लिए ट्रांजैक्शन कन्सल्टेंट नियुक्त करने की टेक्निकल बिड नहीं खोली जा सकी। आज शक्तिभवन पर हुए विरोध प्रदर्शन में संघर्ष समिति के पदाधिकारियों राजीव सिंह, जितेन्द्र सिंह गुर्जर, गिरीश पांडेय, महेन्द्र राय, वी पटेल और बड़ी संख्या में जूनियर इंजीनियर सम्मिलित हुए।
विरोध सभा में विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा और पॉवर ऑफिसर्स एसोसियेशन के सदस्य काफी संख्या में सम्मिलित हुए। विद्युत तकनीकी कर्मचारी एकता संघ के अध्यक्ष दिव्यांशु सिंह और एकता संघ के लोग भी सभा में काफी संख्या में आये।