वॉशिंगटन । हेन्ले एंड पार्टनर्स ने 2025 के लिए दुनिया के सबसे ताकतवर पासपोर्ट की नई रैंकिंग सूची जारी की है। इस बार सूची में सिंगापुर का पासपोर्ट दुनिया का सबसे ताकतवार पासपोर्ट बनकर उभरा है, जबकि अफगानिस्तान का पासपोर्ट सबसे कमजोर साबित हुआ।
दरअसल यह रैंकिंग इस आधार पर बनाती है कि किस देश के पासपोर्ट से बिना वीजा के कितने देशों में यात्रा की जा सकती है। इस डेटा को इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (आईएटीए) से प्राप्त करता है।
सबसे ताकतवर पासपोर्ट वाले देश, पहले स्थान पर सिंगापुर, दूसरे पर जापान, दक्षिण कोरिया, तीसरे नंबर पर डेनमार्क, फिनलैंड, फ्रांस, जर्मनी, आयरलैंड, इटली, स्पेन, चौथे नंबर पर ऑस्ट्रिया, लक्जमबर्ग, स्वीडन, पांचवें नंबर पर यूके, पुर्तगाल, नॉर्वे, नीदरलैंड , छठवें नंबर पर स्विट्जरलैंड, बेल्जियम, न्यूज़ीलैंड, सातवें नंबर पर अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, चेक गणराज्य, आठवें नंबर पर माल्टा, ग्रीस, 9वें स्थान पर हंगरी, पोलैंड, 10वें स्थान पर यूएई (संयुक्त अरब अमीरात) का नाम है। यूएई ने सबसे ज्यादा सुधार किया है, पिछले 10 वर्षों में 72 देशों में वीजा-मुक्त यात्रा की अनुमति मिली है।
वहीं भारत सूची में 80वें स्थान पर है, और भारतीय पासपोर्ट से अल्जीरिया, इक्वेटोरियल गिनी और ताजिकिस्तान जैसे देशों की बराबरी पर रखा गया है। भारतीय पासपोर्ट धारक 60 देशों में बिना वीजा के यात्रा कर सकते हैं। पाकिस्तान 96वें स्थान पर है, और पाकिस्तानी पासपोर्ट से सिर्फ 32 देशों में वीजा-मुक्त एंट्री मिलती है। सूची में अफगानिस्तान 99वें स्थान पर है और इसका पासपोर्ट सिर्फ 25 देशों में वीजा-मुक्त प्रवेश देता है। यह दुनिया का सबसे कमजोर पासपोर्ट है।
चीन और अमेरिका का प्रदर्शन
चीन पिछले एक दशक में 94वें स्थान से 60वें स्थान तक पहुंचा है, और अब चीन के नागरिक 80 से ज्यादा देशों में वीजा-मुक्त यात्रा कर सकते हैं। अमेरिका सूची में इस बार नौवें स्थान पर है, जो पहले की तुलना में थोड़ा नीचे आया है।