संत कबीर नगर ,वर्तमान यांत्रिक युग में हस्तकला अत्यधिक प्रासंगिक है और इस प्रकार के कार्यक्रम के संचालन से हस्तषिल्पी भविष्य में इसे रोजगार के रूप में अपना कर अपने आर्थिक स्तर में सुधार कर सकतीं हैं।
उक्त बातें कार्यालय विकास आयुक्त हस्तशिल्प वस्त्र मंत्रालय भारत सरकार दारा प्रायोजित एवं महराजगंज हैण्डीक्राफ्ट प्रोड्यूसर कम्पनी लि0 जनपद- महराजगंज द्वारा संचालित अम्बेडकर हस्तशिल्प विकास योजनान्तर्गत दिनांक-11.03.2025 को 20 चयनित हस्तशिल्पियों हेतु स्थानीय काका मैरेज हाल के सभागार में आयोजित “उद्यमिता विकास कार्यक्रम” के उद्घाटन अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि अविनाश पाण्डेय, सहायक आयुक्त उद्योग महराजगंज ने कही। उक्त कार्यक्रम में कुल 20 चयनित हस्तशिल्पियों ने प्रतिभाग किया।
उक्त अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में वाराणसी से आए शेर सिंह सी0टी0ओ0 ने उक्त कार्यक्रम का उदेश्य, उपयोगिता एवं महत्ता के बारे में विस्तार से बताया एवं कहा कि सदियों से भारत की पहचान हस्तशिल्प के कारण अद्वितीय हुआ करती थी जो वर्तमान परिप्रेक्ष्य में विकासशील स्थिति में पहुच चुका है जिसका भारतीय अर्थव्यवस्था एवं शिल्पियों के आर्थिक स्तर के उत्थान में काफी योगदान रहा है। इस प्रकार के उद्यमिता विकास कार्यक्रम से हस्तशिल्पियों को स्वावलंबन के साथ साथ इस कला का पुर्ण रूप से वाणिज्यिक उपयोग कर सफल उद्यामी बन जीवन स्तर को सुदृढ़ करने की दिषा में एक सराहनीय कदम है। पाण्डेय द्वारा षिल्पियों के उत्साह को देख कर काफी सराहना करते हुए अपने स्तर से हर सम्भव सहयोग प्रदान करने का आष्वासन दिया। अतिथियों ने शिल्पियों को आधुनिक बाजार मांग के अनुसार उत्कृष्ट उत्पाद बनाने की अवस्यकता पर बल दिया।
कम्पनी के निदेशकगण द्वारा अतिथियों सहित सभी का स्वागत करते हुए उद्यमिता विकास कार्यक्रम के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी देते हुए शिल्पियों को इससे लाभान्वित हो कर एक सफल उद्यमी बन कर अपना खुद का कारोबार शुरू कर अपने आर्थिक स्तर में वृद्वि करने हेतु प्रेरित किया साथ ही कम्पनी के निदेशक नसीरून्निशा ने बताया कि यह कार्यक्रम छः दिवसीय है जो कि अनवरत दिनांक 17 मार्च तक चलेगा।
उक्त अवसर पर धर्मेन्द्र कुमार, सरोज पाण्डेय, परवेज अंसारी गोस्वामी, सहित अनेकों गड़मान्य लोग उपस्थित रहे।