Greenfield Expressway : एक समय था जब जगह जगह टूटी हुए सड़के होती थी लेकिन अब सरकार ने जब से हाईवे बनाने की शुरवात की है तब से देश का नक्शा ही बदल गया है . अब हर महीने एक ग्रीनफ़ील्ड एक्सप्रेसवे देश को सोपा जा रहा है ताकि लोगो के आने जाने का सफ़र आसान हो सके . अब इसी कड़ी में 6 लेन का ग्रीनफ़ील्ड एक्सप्रेसवे बनाया जा रहा है जो की ग्वालियर से आगरा तक जायेंगा क्योकि इस रूट पर सबसे ज्यादा ट्रैफिक रहता है . आपको ये जान कर हैरानी होगी की ये अब तक का सबसे बड़ा एक्सप्रेसवे बन्ने जा रहा है जिस पर करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है .

करोड़ो रुपये की लागत से बनेंग ये ग्रीनफ़ील्ड एक्सप्रेसवे (Greenfield Expressway)
आपको बता दे की आगरा से ग्वालियर तक की लम्बाई 88.400 किलोमीटर है और इस पर ही ये ग्रीनफ़ील्ड एक्सप्रेसवे बनाया जायेंगा को 6 लेन का होंगा और इस पर कुल लागत 4263 करोड़ रुपये लगने का अनुमान है . नेशनल हाईवे अथॉरिटी ने इस ग्रीनफ़ील्ड एक्सप्रेसवे बनाने के लिए काफी समय पहले टेंडर निकाले थे और वो काम अब जा कर पूरा हुआ है .
जो कंपनी इस हाईवे को बनाएंगी वो इसका काम अक्टूबर में शुरू कर देंगी और उनको ये काम 2.5 साल में पूरा करके देना है , साथ ही इसको बनाने से पहले 23 छोटे पुल और 8 बड़े पुल भी बनाने है साथ ही रेल का एक ओवेर्ब्रिज भी इसमें बनेंगा .
100 से अधिक गाँवों की जमीन जाएँगी इस ग्रीनफ़ील्ड एक्सप्रेसवे में
जब नेशनल हाईवे अथॉरिटी ने इस ग्रीनफ़ील्ड एक्सप्रेसवे (Greenfield Expressway) बनाने के लिए और साथ ही एक 100 किलोमीटर हाईवे के निर्माण के लिए टेंडर प्रकिया को जारी किया . तब से इस इसके टेंडर की तारीख 20 से अधिक बार बढाई जा चुकी है और अब जाके टेंडर का काम पूरा हुआ है , अब ये कहा जा रहा है की इस हाईवे का निर्माण अक्टूबर 2025 से शुरू हो जायेंगा .
इस एक्सप्रेसवे का निर्माण करना किसी भी चुनोती से कम नहीं है क्योकि इस हाईवे को बनाने के लिए तीन राज्यों की जमीन अधिग्रहण की जायेंगी जिसके मध्य प्रदेश , राजस्थान और उत्तर प्रदेश की जमीन शामिल है . एक बात रु बता दे की की इस हाईवे निर्माण के लिए तक़रीबन 100 से अधिक गाँवों की और शहर के बीच की जमीन अधिग्रहण की जाएँगी . जितनी भी जमीन अधिग्रहण की जाएँगी उसका 99 परसेंट काम पूरा हो चूका है और थोड़ी ही जमीन बची है जिसका भी अधिग्रहण कर लिया जायेंगा .
ये हाईवे बहुत बड़ा है इसके लिए कोई एक कंपनी इस हाईवे को नहीं बनाएंगी बल्कि 10 से अधिक कंपनी मिल कर इस हाईवे का निर्माण करेंगी जिसके अदानी की भी कंपनी शामिल है .