करीब एक लाख सुरक्षाकर्मी सभी 2696 मतदान केंद्रों पर सुरक्षा व्यवस्था का जिम्मा संभालेंगे, जिनमें दिल्ली पुलिस, अर्द्ध सैनिक बल व होमगार्ड के जवान शामिल हैं। सभी मतदान केंद्रों पर आवश्यकता अनुसार सुरक्षाकर्मियों की तैनाती रहेगी।
सभी संवेदनशील व अतिसंवेदनशील मतदान केंद्रों पर दिल्ली पुलिस के अलावा एक-एक कंपनी अर्द्ध सैनिक बलों की रहेगी। इस बार पहली बार सभी बूथों पर वेब कास्टिंग यानी वीडियो रिकॉर्डिंग कराई जाएगी ताकि किसी पार्टी द्वारा आरोप लगाने पर वीडियो रिकॉर्डिंग देखकर सत्यता का पता लगाया जा सके।
संवेदनशील व अतिसंवेदनशील बूथों पर ड्रोन से भी नजर रखी जाएगी। इसके लिए दिल्ली पुलिस ने 47 ड्रोन किराए पर लिया है। इनमें 39 ड्रोन से विभिन्न बूथों पर नजर रखी जाएगी और आठ ड्रोन को रिजर्व रखा जाएगा।
उन्होंने दिल्ली वासियों से अपील की है कि वे हर हाल में अपने मताधिकार का प्रयोग करें। मत का प्रयोग करने से वंचित नहीं रहे। उन्होंने कहा कि सात जनवरी को माडल कोड आफ कंडक्ट लागू होने के पहले से दिल्ली पुलिस ने चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी थी।
जिसका अब तक बेहतर परिणाम सामने आया। सात जनवरी से तीन फरवरी तक चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन में एक हजार से अधिक एफआइआर दर्ज की गई। बुधवार को चुनाव वाले दिन के लिए भी व्यापक बंदोबस्त किए गए हैं। सभी अधिकारी अपने-अपने इलाके में लगातार गश्त करते रहेंगे।
देवेश चंद्र श्रीवास्तव का कहना है कि मंगलवार रात 10 बजे से सभी मतदान केंद्रों पर आवश्यकता अनुसार सुरक्षाकर्मियों की तैनाती कर दी गई। सभी 164 सीमाओं पर चौकसी बढ़ा दी गई।